Ranchi : कोरोना काल में सरकार के दावे और वादों का आलम बदस्तूर जारी है. लेकिन व्यवस्था का आलम मुंह चिढ़ाता ही दिख जाता है. राजधानी रांची से यूं तो हर दिन कोरोना को लेकर ध्वस्त व्यवस्था की तस्वीर हर दिन दिख जा रही है. उन्हीं तस्वीरों की फेहरिश्त में मंगलवार को एक और तस्वीर शामिल हुई. जिसने सभी दावों की पोल खोल दी. दरअसल एक शव को रिम्स के पोस्टमार्टम हाउस माल ढोने वाले टेंपो से लाया गया. मौत कोरोना से नहीं हुई थी. लेकिन इस दौर में स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल बता गया. ये हाल ऐसे में है, जब करोड़ों का बजट स्वास्थ्य सेवाओं के लिए घोषित किया जाता है. राजधानी रांची में जब ये हाल है तो सुदूरवर्ती इलाके की हालत क्या होगी.
पति से हुआ झगड़ा तो जंगल में लगा ली फांसी
रांची जिले के नामकुम प्रखंड लाली पंचायत के कुदागड़ा की रहने वाली जगरानी तिस्वार का झगड़ा सोमवार को पति बासिल तिस्वार से हुआ. गुस्से में आकर जगरानी अपने घर से सुबह में निकली. गांव से आधा किलोमीटर दूर जंगल में जाकर दुपट्टा से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. सोमवार की देर शाम स्थानीय ग्रामीणों ने दुपट्टे से झूलते हुए शव को देखा तो वहां के लोगों को सूचना दी. लेकिन कोरोना के दौर में डर से कोई व्यक्ति जंगल में नहीं गया. मंगलवार की सुबह जब नामकुम थाने की पुलिस पहुंची.तब जाकर ग्रामीण जंगल में शव ले गये.
मृतका का 2 बेटा और 1 बेटी हैं
मृतका के पति बासिल तिस्वार ने बताया कि दो बेटे और एक बेटी है. पत्नी दिहाड़ी मजदूरी का काम करती थी. पत्नी की मौत के बाद बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल है.
नहीं मिला एम्बुलेंस तो टेम्पो ले शव लाया गया रिम्स
वहीं मृतक के परिजन ने कहा कि नामकुम थाना के द्वारा शव को जंगल से पहले थाना लाया गया. एंबुलेंस का इंतजाम करते रह गए. लेकिन एंबुलेंस मिला नहीं. जिसके बाद थाने के लोगों ने माल ढुलाई करने वाले टेंपो से शव को रिम्स पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया.