NewDelhi : बिजनेसमैन और अवंता ग्रुप के प्रमोटर गौतम थापर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के केस में मंगलवार को गिरफ्तार किया है. थापर को आज स्थानीय अदालत में पेश किया जायेगा जहां ईडी पूछताछ के लिए उनकी कस्टडी मांगेगी. खबरों के अनुसार इससे पहले सीबीआई ने गौतम थापर और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी.
इसी आधार पर ईडी ने उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की है. सीबीआई ने इस सिलसिले में पिछले महीने दिल्ली एनसीआर, लखनऊ, सिकंदराबाद और कोलकाता सहित 14 स्थानों पर रेड की थी.जहां से आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य बरामद हुए थे.
आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी के आरोप हैं
खबरों के अनुसार थापर पर बैंक फंड का दुरुपयोग करने, संबंधित पक्षों के साथ फर्जी लेनदेन, गलत तरीके से बैंकों से लोन लेने, नकली वाउचर और वित्तीय विवरण देने, आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी के आरोप हैं. जांच एजेंसी इन्हीं मामलों में थापर के खिलाफ जांच कर रही हैं. सूत्रों के अनुसार थापर पर फॉरेंसिक ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर आरोप लगे हैं. सूत्रों के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय ने गौतम थापर और उनकी फर्म और सहयोगियों के खिलाफ दो मामले दर्ज किये हैं.
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2435 करोड़ की धोखाधड़ी करने के मामले में केस दर्ज
इनमें से एक केस यस बैंक के साथ 467 करोड़ रुपए की हेराफेरी का है. जांच एजेंसी के अनुसार, यस बैंक के पूर्व कार्यकारी निदेशक राणा कपूर ने अवंता रियलिटी से बाजार से काफी कम कीमत पर संपत्ति के तौर पर रिश्वत ली. आरोप है कि राणा कपूर ने यह रिश्वत थापर की कंपनी को लोन चुकाने में यस बैंक से मोहलत मिल सके, इसके लिए ली. इस संपत्ति की मार्केट वैल्यू 685 करोड़ रुपए बतायी गयी है.
वहीं, थापर पर दूसरा केस एसबीआई की शिकायत पर दर्ज कराया गया. SBI की शिकायत के आधार पर सीबीआई ने सीजी पावर एंड इंडस्ट्रियल सॉल्यूशन लिमिटेड, इसके मैनेजिंग डायरेक्टर गौतम थापर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ 2435 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने के मामले में केस दर्ज किया है.
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