Ranchi : किसान और श्रम संगठनों की ओर से कल यानी 26 मई को किसान मजदूर काला दिवस मनाया जायेगा. देशव्यापी आह्वान पर राज्य में इसका आयोजन किया जा रहा है. इसमें मुख्य रूप से तीन कृषि कानून और चार लेबर कोड का विरोध जताया जायेगा. राज्य में झारखंड राज्य किसान सभा की ओर से इसका आयोजन किया जा रहा है, जिसे अन्य किसान संगठनों और श्रम संगठनों का समर्थन मिला है.
झारखंड राज्य किसान सभा के महासचिव सुरजीत सिन्हा ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए राज्य में इसका आयोजन किया जा रहा है. ऐसे में इस दिन कुछ लोग वर्चुअल माध्यम से विरोध प्रदर्शन करेंगे. वहीं, जिनके पास संसाधनों की कमी है, वे अपने घरों या कार्यस्थलों में सांकेतिक विरोध प्रदर्शन करेंगे. सिन्हा के मुताबिक इस दिन कृषि कानून वापस लेने, बिजली संशोधन विधेयक वापस लेने, कोरोना काल में ऑक्सीजन बेड दवाइयों की किल्लत में सुधार करने समेत अन्य मांगों के लिए विरोध किया जाएगा.
विरोध प्रदर्शन भी करेंगे
सुरजीत सिन्हा ने बताया कि किसान आंदोलन का समर्थन किया जाएगा. सिन्हा ने कहा कि इस दिन देशव्यापी किसान आंदोलन को छह महीने पूरे हो जाएंगे. वहीं केंद्र की मोदी सरकार को भी सात साल पूरे होने वाले हैं. ऐसे में किसान और श्रम संगठनों की ओर से मोदी का विरोध किया जाएगा. इस दौरान खनन से लेकर निर्माण मजदूर सभी विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे. जानकारी है कि इस दिन इन मजदूरों की ओर से कार्य स्थलों पर ही सामाजिक दूरी का पालन करते हुए विरोध दर्ज किया जाएगा. स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए लोग विरोध करेंगे. ऐसे में जहां वर्चुअल माध्यम से विरोध नहीं हो सकता, वहां लोग बैनर पोस्टर लें दूरी के साथ विरोध करेंगे.
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