New Delhi: कृषि कानूनों को लेकर अबतक किसानों और केंद्र सरकार के बीच की बातचीत बेनतीजा रही. इसके बाद अब किसानों ने आंदोलन को तेज करने की मन बना लिया है. किसान नेताओं ने बैठक कर निर्णय लिया है कि रविवार को दिल्ली चलो मार्च शुरू किया जाएगा. इसके साथ ही 14 दिसंबर को किसान भूख हड़ताल पर बैठेंगे. किसान नेताओं ने सरकार के साथ बातचीत का रास्त खुला होने की बात भी कही है. उन्होंने रविवार को अपनी मांगें दोहराते हुए कहा कि वे सरकार से वार्ता को तैयार हैं लेकिन पहले तीन नए कृषि कानूनों को निरस्त करने पर बातचीत होगी.
इसे भी देखें –
इसे भी पढ़ें- पूर्व कप्तान की भविष्यवाणी, अगर ऑस्ट्रेलिया ने जीता पहला मैच तो करेगी क्लीन स्वीप
हज़ारों की संख्या में किसान निकालेंगे ट्रैक्टर मार्च
दिल्ली चलो मार्च की शुरूआत रविवार को सुबह 11 बजे राजस्थान के शाहजहांपुर से की जाएगी. किसान जयपुर-दिल्ली राजमार्ग पर दिल्ली चलो मार्च की शुरूआत करेंगे. किसान आंदोलन से जुड़े एक नेता ने बताया कि जयपुर-दिल्ली रोड पर आवाजाही रोकने के लिए हजारों की संख्या में किसान ट्रैक्टर मार्च करेंगे.
इसे भी पढ़ें- नियोजन नीति पर झारखंड हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार
बीजेपी चौपाल लगाकर बताएगी कृषि कानून के फायदे
कृषि कानूनों को सपोर्ट करने क् लिए भाजपा ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. भाजपा कृषि कानूनों का फायदा किसानों को चौपाल लगाकर बताएगी. इसके लिए बीजेपी ने 700 जगहों पर चौपाल लगाने का ऐलान किया है. बिहार के बख्तियारपुर से केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद इस कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे. बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायवाल ने बताया कि पार्टी बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर चौपाल लगाने जाने जा रही है.
इसे भी पढ़ें- गिरीडीह: चर्चित संदिग्ध आत्महत्या मामले में CID करा रही है मोबाइल के वीडियो की जांच