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https://www.youtube.com/watch?v=rnt0nuyZB9Aइसे भी पढ़ें - झारखंड">https://lagatar.in/jharkhand-got-two-lakh-82-thousand-310-doses-of-covishild-and-covaccine/92052/">झारखंड
को मिली कोविशिल्ड और कोवैक्सीन की दो लाख 82 हजार 310 डोज
ऐसे तय किया जिंदगी का सफर
एक फरवरी 1959 को बिंदे कुमार का जन्म धनबाद जिले में हुआ. इन्होंने धनबाद के मटकुरिया रोड स्थित खालसा हाई स्कूल से 1976 में मैट्रिक की. मैट्रिक में अपने जिले के सेकंड टॉपर रहे. 1978 में पटना के साइंस कॉलेज से इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी करने के बाद पटना मेडिकल कॉलेज से 1984 में एमबीबीएस पास किया. फिर पटना मेडिकल कॉलेज से 1989 में एमडी मेडिसिन किया. 1990 में खरसावां के कुचाई पीएचसी में बतौर चिकित्सक डॉ बिंदे ने अपना योगदान दिया. 6 साल तक इस पीएचसी में काम करने के बाद 1996 में रिम्स आ गए. उस वक्त यह आरएमसीएच हुआ करता था और अब रिम्स के मेडिसिन विभाग में बतौर यूनिट इंचार्ज अपनी सेवा दे रहे हैं.इसे भी पढ़ें - Lagatar">https://lagatar.in/lagatar-impact-administration-engaged-in-diverting-the-water-of-jhumri-pond-of-koderma/92039/">Lagatar
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एक बेटी को बनाया डॉक्टर, दूसरे को इंजीनियर
डॉ बिंदे कुमार की दो बेटी है. बड़ी बेटी शिखांशी लोकमान्य तिलक म्युनिसिपल मेडिकल कॉलेज (SION) मुंबई से ऑब्स गायनी में मास्टर इन सर्जरी की पढ़ाई कर रही हैं, जबकि दूसरी बेटी श्रुति एनआईटी कालीकट केरल से बीटेक करने के बाद इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु से एमटेक की पढ़ाई कर रही है.alt="" width="530" height="354" />