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Flashback बेरमो उपचुनावः राज्य गठन के बाद किसके माथे कब बंधा जीत का सेहरा

Pravin kumar, Ranchi : सूबे में हो रही दो सीटों पर उपचुनाव राजनीतिक गलियारे में सरकार के लिये लिटमस टेस्ट माना जा रहा है. दोनों ही सीट महागठबधन के खाते की है. बेरमो उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकबला है. जबकि बहुजन समाज पार्टी के लालचंद महतो भी अपनी वजूद स्थापित करने में लगे हैं. कांग्रेस उम्मीदवार जयमंगल सिंह अपने पिता राजेन्द्र प्रसाद सिंह के राजनीति विरासत को बुलंदी पर ले जाने में लगे हैं. जबकि मुख्य प्रतिद्वंदी भाजपा भी इस सीट को झटकने में लगी है. बेरमो सीट पर 16 उम्मीदवार चुनावी भंवर में है.

चुनाव में क्षेत्र का मुद्दा है गौण

बेरमो उपचुनाव में कुल 16 उम्मीदवार चुनाव मैदान में डटे हैं. लेकिन चुनाव प्रचार में स्थानीय मुद्दा गौण होने से साइलेंट वोटर अपना रुझान प्रकट नहीं कर रहे हैं. बेरमो में पर्यावरण संकट, पानी की समस्या, विस्थापन एवं रोजगार बड़े मुद्दे हैं. जबकि माइनिंग जनित समस्याओं से भी स्थानीय लोगों को हर दिन जूझना पड़ रहा है. सत्ता पक्ष सरकार के बेहतर कामकाज के बल पर वोटरों को रिझाने में लगे हैं, वहीं मुख्य प्रतिद्वंदी भाजपा सरकार को कोसने में लगा है.

राज्य गठन के बाद किस चुनाव में किसको कितने वोट मिले

2005 के विधानसभा चुनाव में बेरमो विधानसभा में कुल 22 उम्मीदवार चुनावी भंवर में थे. इसमें योगेश्वर महतो को 47569 वोट लाकर वह चुनाव जीते थे. दूसरे स्थान पर कांग्रेस उम्मीदवार राजेन्द्र प्रसाद सिंह रहे. उन्हे 38108 वोट मिले. जबकि तीसरे स्थान पर सीपीआई उम्मीदवार आफताब आलम रहे. उन्हें 29136 वोट मिले. कुल 1 लाख 37 हजार 602 वोटरों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. 2009 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से कांग्रेस ने यह सीट झटक लिया. कांग्रेस उम्मीदवार राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने 47744 वोट लाकर विजयी हासिल किया था. वही भाजपा दूसरे स्थान पर रही. भाजपा उम्मीदवार योगेश्वर महतो को 41133 वोट मिले. जबकि सीपीआई उम्मीदवार आफताब आलम को 20549 वोट मिले. 2009 के चुनाव में कुल 23 उम्मीदवारों ने अपना भाग्य आजमाया था. कुल 1 लाख 40 हजार 304 वोटरों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था.

2014 के चुनाव में भाजपा को पुनः मिली थी जीत

2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पुनः कांग्रेस से यह सीट झटक ली. भाजपा उम्मीदवार योगेश्वर महतो ने बड़े अंतर से कांग्रेस उम्मीदवार को शिकस्त दी. योगेश्वर को 80 हजार 489 वोट मिले, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार राजेन्द्र प्रसाद सिंह को 67876 मिले. तीसरे स्थान पर झाविमो उम्मीदवार रहे. उन्हें 13880 वोट मिले. 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार भारी मतों से विजय का पताका फहराया था राजेंद्र प्रसाद सिंह ने 88,945 वोट लाकर चुनाव जीते. जबकि भाजपा उम्मीदवारों को 63073 वोट मिले. आजसू उम्मीदवार कांशी नाथ सिंह को भी 16746 मत मिले थे. कुल उम्मीदवारो की संख्या 21 थी. उपचुनाव में आजसू ने उपने उम्मीदवार नहीं दिये हैं. वह भाजपा का समर्थन कर रही है.