alt="" width="586" height="817" /> मंच के सदस्यों ने मंत्री को सौंपा मांग पत्र[/caption] मंच के सदस्यों ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर दी जाने वाली पोषाहार की मात्रा भी तय वजन से काफी कम है. पिछले दो साल में सूखा राशन केवल 4-5 बार ही कम मात्रा में लाभुकों को दिये गये. जिसमें अलग-अलग माह में कभी चावल, कहीं साथ में आलू ही दिया जाता रहा है. वहीं गर्भवती और धात्री महिलाओं को मिलने वाले पोषाहार की स्थिति राज्य में दयनीय है. इन सवालों को लेकर सोमवार को खाद्य सुरक्षा जन अधिकार मंच, पश्चिमी सिंहभूम का एक प्रतिनिधिमंडल सामाजिक सुरक्षा मंत्री जोबा माझी के चक्रधरपुर स्थित आवास पहुंचा था. इसे भी पढ़ें-जुगसलाई">https://lagatar.in/jugsalai-medical-officer-in-charge-was-in-ot-during-the-inspection-of-health-minister/122414/">जुगसलाई
: स्वास्थ्य मंत्री के निरीक्षण के दौरान ओटी में थी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी