Ranchi : कोरोना महामारी में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को बेहतर स्कूली शिक्षा मिले. इसी उद्देश्य से राज्य सरकार कई योजनाओं पर काम कर रही है. सरकार लीडर और मॉडल स्कूल बनाने का नया प्रयोग करने जा रही है. मॉडल स्कूल बनाकर स्कूली शिक्षा में बदलाव लाने की योजना है. प्रथम चरण में 80 स्कूलों को अपग्रेड कर मॉडल लीडर स्कूल बनाने की योजना है. राज्य के 1000 सरकारी स्कूलों में आईसीटी लैब और 1228 स्कूलों में स्मार्ट क्लास बनाये जाएंगे. 44 स्कूलों में वोकेशनल की पढ़ाई शुरू होगी. पांच नए आवासीय विद्यालय भी खोलने की प्रक्रिया शुरू होगी.
स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग ने विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर केंद्र सरकार को भेजा दिया है. राज्य सरकार की ओर से समग्र शिक्षा के लिए 3241 करोड़ की मांग की गयी है. सरकार ने प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड को यह प्रस्ताव 13 मई को भेज दिया. 28 मई को प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड की ऑनलाइन बैठक होगी. जिस पर झारखंड के समग्र शिक्षा के प्रस्ताव पर केंद्र की ओर से मुहर लगायी जाएगी.
सीएस की अध्यक्षता में हुई बैठक, कई प्रस्ताव मंजूर
मुख्य सचिव सुखदेव सिंह की अध्यक्षता में 13 मई को आयोजित बैठक में प्रस्ताव पर अंतिम स्वीकृति दी गयी. जिसके बाद उसे केंद्र को भेजा गया. इसमें स्कूल ग्रांट, पोशाक, पारा शिक्षकों के मानदेय, स्कूली शिक्षा से महरूम बच्चों को स्कूल से जोड़ने के लिए राशि की मांग की गई है.
पहली से तीसरी के बच्चों को पढ़ना, लिखना, सीखना योजना की शुरुआत की जाएगी, जिसकी राशि की अलग से मांग की गयी है. बैठक में स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव राजेश शर्मा, झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक डॉ शैलेश कुमार चौरसिया समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.
नई शिक्षा नीति के तहत आंगनबाड़ी के बच्चों को स्कूल से जोड़ा जाएगा
आंगनबाड़ी केंद्रों में अंतिम वर्ष में पढ़ रहे बच्चों को स्कूल से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. नई शिक्षा नीति में इसका प्रावधान किया गया है. महिला बाल विकास व समाज कल्याण विभाग से समन्वय के बाद इसे अंतिम रूप दिया जाएगा.
पांच नए आसासीय विद्यालय के लिए केंद्र से मांगा गया फंड
झारखंड में 20 आवासीय विद्यालय हैं. सरकार ने पांच नए आवासीय विद्यालय खोलने के लिए केंद्र सरकार से फंड मांगा है. केंद्र की मंजूरी और राशि मिलने के बाद इन पांच नए आवासीय विद्यालयों का काम शुरू किया जाएगा. 611 मिडिल स्कूलों, 358 हाई और 31 प्लस टू स्कूलों में आईसीटी लैब की स्थापना का प्रस्ताव दिया गया है. इसमें दस-दस कंप्यूटर का लैब हर स्कूल में लगाया जायेगा. साथ ही 1228 स्कूलों में स्मार्ट क्लास की व्यवस्था की जाएगी. इसमें ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था की जाएगी. प्रोजेक्टर और ऑनलाइन लाइव क्लास के लिए इसका उपयोग किया जाएगा.