Ranchi : केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने जेईई मेंस परीक्षा 2021 फर्जीवाड़ा मामले में बीते दो सितंबर को जमशेदपुर समेत देशभर के कुल 19 स्थानों पर छापेमारी की थी. इस मामले में सीबीआई को जमशेदपुर के रंजीत शर्मा की तलाश है. आदित्यपुर में सीबीआई की छापेमारी के दिन ही आरोपी रंजीत शर्मा सीबीआई को चकमा देकर घर से रायफल व लैपटॉप लेकर निकल गया था. सीबीआई की टीम ने दो दिनों तक अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रंजीत की तलाश की. लेकिन वह अबतक सीबीआई के हत्थे नहीं चढ़ा है. गौरतलब है कि सीबीआई ने दो सितंबर को रंजीत शर्मा के लिए काम करनेवाले सोनू ठाकुर को गिरफ्तार कर रांची में रखा है, जहां उससे पूछताछ की जा रही है.
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12 लाख लेकर जेईई मेन की परीक्षा पास करवाता था रंजीत
आदित्यपुर निवासी रंजीत पर आरोप है कि 12 लाख रुपये लेकर जेई मेन की परीक्षा पास करवाता था. इसके लिए दिल्ली से लेकर पुणे और बैंगलुरु तक सिंडिकेट फैला रखा था. इस मामले में सीबीआई एफिनिटी एजुकेशन के निदेशक सिद्धार्थ कृष्णा, विश्वंभर मणी त्रिपाठी, रितिक सिंह, अंजुम दावुदानी, अनिमेष सिंह, अजिंक्य पाटिल को गिरफ्तार कर चुकी है.
आरोपी छात्रों से लेते थे 12-15 लाख रुपये
आरोप लगाया गया है कि एफिनिटी और उसके निदेशक जेईई मेन्स की ऑनलाइन परीक्षा में हेरफेर कर रहे थे. वे सोनीपत (हरियाणा) में चुने गए परीक्षा केंद्र से रिमोट एक्सेस के माध्यम से आवेदक के प्रश्न पत्र को हल करते थे. इसके बदले वे छात्रों से पैसे लेते थे. आरोपी 10वीं और 12वीं की मार्कशीट, यूजर आईडी, पासवर्ड और देश के विभिन्न हिस्सों में इच्छुक छात्रों के पोस्ट डेटेड चेक सुरक्षा के रूप में प्राप्त करते थे. एक बार एडमिशन होने के बाद वे प्रत्येक उम्मीदवार से 12-15 लाख रुपये लेते थे. सीबीआई (CBI) ने इस मामले में एक सितंबर को मामला दर्ज किया था. जिसके बाद छापेमारी शुरू की गई.
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