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जून से है आयुक्त का पद खाली
पूर्व आईएएस एनएन पांडेय को 16 जून 2017 को राज्य निर्वाचन आयोग में आयुक्त बनाया गया था. वह 25 जून 2020 को रिटायर हो गए. इसके बाद से आयुक्त का पद खाली था. राज्य सरकार अब इस पद पर नियुक्ति की तैयारी कर रही है. पंचायती राज विभाग को इस संबंध में कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया था. जिस पर पंचायती राज विभाग ने पूर्व आईएएस डीके तिवारी को आयुक्त बनाने का प्रस्ताव तैयार किया है. इसे भी पढ़ें -सिस्टम">https://lagatar.in/the-victim-was-helpless-in-front-of-the-system-sadar-hospital-is-having-an-affair-for-medical-examination/17500/">सिस्टमके आगे बेबस पड़ी दुष्कर्म पीड़िता, मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल का काट रही है चक्कर
1986 बैच के आईएएस रहे हैं तिवारी
पूर्व आईएएस डीके तिवारी 1986 बैच के आईएएस थे. उन्होंने 34 वर्षों तक सेवा दी है. तिवारी राज्य के विभिन्न विभागों के प्रमुख रहे हैं. विकास आयुक्त का पद संभाला और अंत में 31 मार्च 2020 को मुख्य सचिव पद से सेवानिवृत्त हुए थे. इसे भी पढ़ें -LAGATAR">https://lagatar.in/lagatar-impact-investigation-will-be-conducted-against-the-inferior-essayist-avinash-kumar-in-the-land-registry-case-order-for-action-by-20-january/17487/">LAGATARIMPACT: जमीन रजिस्ट्री मामले में अवर निबंधक अविनाश कुमार के खिलाफ होगी जांच, 20 जनवरी तक कार्रवाई का आदेश
कैबिनेट से मंजूरी ली जाएगी
सूत्रों के मुताबिक पंचायती राज विभाग ने डीके तिवारी को आयुक्त बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया है. प्रस्ताव को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मंजूरी लेने के लिए भेजा गया है. मुख्यमंत्री से मंजूरी के बाद प्रस्ताव को कैबिनेट में रखा जाएगा. कैबिनेट से मंजूरी के बाद ही तिवारी को राज्य निर्वाचन आयोग में आयुक्त बनाने की अधिसूचना जारी होगी. उनका कार्यकाल तीन साल का होगा. इसे भी पढ़ें -झारखंड">https://lagatar.in/union-energy-ministry-deducted-714-crores-from-rbi-account-of-government-of-jharkhand/17488/">झारखंडसरकार के RBI खाते से केंद्रीय उर्जा मंत्रालय ने काटे 714 करोड़
नियुक्ति के बाद शुरू होगी चुनाव प्रक्रिया
राज्य में निकाय और पंचायतों का चुनाव होना है. निर्वाचन आयुक्त का पद खाली होने के कारण इस दिशा में कदम नहीं उठाया जा रहा था. आयुक्त की नियुक्ति के बाद चुनाव कराने की प्रक्रिया शुरू हो पायेगी. नए आयुक्त के सामने निकाय और पंचायत चुनाव कराने की चुनौती होगी. इसे भी पढ़ें -जानिए">https://lagatar.in/know-how-to-overtake-jamtara-deoghar-became-the-home-of-cyber-criminals/17443/">जानिएकैसे जामताड़ा को पीछे छोड़ देवघर बना साइबर अपराधियों का ठिकाना