Ranchi : कांके स्थित केंद्रीय मनोचिकित्सा संस्थान (सीआईपी) में सोमवार को स्थाई निदेशक के रूप में प्रोफेसर डॉ वासुदेव दास ने पदभार ग्रहण किया. केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से 12 फरवरी को उन्हें संस्थान के स्थाई निदेशक के पद पर नियुक्त किए जाने के संबंध में अधिसूचना जारी की गई थी. डॉ वासुदेव सीआईपी में ही प्रोफ़ेसर ऑफ साइकाइट्रिक सह प्रभारी प्रशासकीय पदाधिकारी के तौर पर कार्यरत थे.
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शोध कार्यों को और आगे ले जाना है
पदभार लेने के बाद उन्होंने कहा कि साल 1918 में स्थापित संस्थान का मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान रहा है. मानसिक स्वास्थ्य समस्या ग्रस्त मरीजों के इलाज, देखभाल के साथ मनोचिकित्सा, क्लिनिकल साइकोलॉजी, साइकाइट्रिक सोशल वर्क, साइकाइट्रिक नर्सिंग की शिक्षा और शोध में काफी कार्य हुए हैं. इन्हें और आगे ले जाने का प्रयास होगा. इस क्षेत्र में शोध कार्यों का बहुत ही महत्व है. हम इस पर अधिक से अधिक ध्यान देंगे, ताकि संस्थान की अलग पहचान बन सके. इसके साथ ही 500 बेड वाले ओपीडी भवन के निर्माण का जो प्रस्ताव स्वास्थ्य मंत्रालय में मंजूरी के लिए गया हुआ है, उस का मार्ग प्रशस्त हो, ताकि सुविधाएं अधिक से अधिक जरूरतमंदों तक पहुंच सके. इसका भी प्रयास किया जाएगा.
डॉ वासुदेव ने कहा, मैनपावर को कमी को दूर किया जाएगा
डॉ वासुदेव दास ने बताया कि मैनपावर की कमी से संस्थान के विकास एवं रूटीन कार्य प्रभावित हो रहे हैं. जल्द से जल्द इसे दूर किया जाएगा. वहीं इलाजरत मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिल सके इस दिशा में भी कार्य किया जाएगा. इधर, निदेशक पद पर डॉ वासुदेव दास के पदभार लेने के बाद डॉ अविनाश शर्मा को केंद्रीय मनोचिकित्सा संस्थान का नया प्रभारी प्रशासकीय पदाधिकारी नियुक्त किया गया.
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