Garhwa: जिले में विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे ऐतिहासिक विकास कार्यों के बाद गढ़वा अब पर्यटन के क्षेत्र में भी परचम लहराएगा. गढ़वा में बिजली, सड़क, चिकित्सा, शिक्षा, खेलकूद आदि सहित अन्य सभी मूलभूत सुविधा उपलब्ध होने के बाद अब पर्यटन के क्षेत्र में भी नई पहचान बनाने की ओर तेजी से अग्रसर है. जिले के दो पर्यटन स्थलों को बी श्रेणी में अपग्रेड कर दिया गया है. जबकि लगभग डेढ़ दर्जन पर्यटन स्थल को पर्यटन विभाग की डी श्रेणी में सूचीबद्ध कर लिया गया है. यह जानकारी पर्यटन मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने दी.
पर्यटन मंत्री ने बताया कि गढ़वा का अन्नराज डैम पर्यटन विभाग की डी श्रेणी से अपग्रेड कर बी श्रेणी में तथा मां गढ़देवी मंदिर को सी श्रेणी से अपग्रेड कर बी श्रेणी में शामिल कर दिया गया है. ठाकुर ने कहा कि बाबा ब्रह्मस्थान खजूरी लगमा, चिरका डैम चिनियां, रामलला मंदिर गढ़वा, बंडा पहाड़, शिव मंदिर भवनाथपुर, सरुवत पहाड़ बड़गड़, राजा पहाड़ी शिव मंदिर श्री बंशीधर नगर, गोसाईं बाग मैदान नगर ऊंटरी, चटनिया डैम केतार, मथुरा बांध गढ़वा, सतबहिनी जलप्रपात, जिरूवा डैम, रक्सौल बाबा जाटा, गरदाहा मठ तथा दिगंबर अखाड़ा सोनपुरवा को पर्यटन विभाग की सूची में डी श्रेणी में शामिल कर दिया गया है.
मंत्री ठाकुर ने कहा कि गढ़वा जिले को दशहरा का बहुत बड़ा तोहफा मिला है. अब पर्यटन के क्षेत्र में भी गढ़वा को नई पहचान मिलेगी. जिले के लगभग सभी प्रमुख पर्यटन स्थलों को पर्यटन विभाग की सूची में शामिल कर दिया गया है. जिले में पर्यटन के क्षेत्र में काफी तेजी से विकास होगा. इन सभी पर्यटन स्थलों का विकास सरकार करेगी. पर्यटन स्थलों को विकसित होने से यहां रोजगार के साधन भी बनेंगे. उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में पर्यटन स्थल विकसित होते हैं वहां प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से रोजगार के कई अवसर भी पैदा होते हैं. अब गढ़वा विकास के मामले में नंबर वन जिला बनने में कहीं से भी पीछे नहीं रहेगा.
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