New Delhi : कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष चुनाव को लेकर नेताओं की ओर से जोर आजमाइश शुरू हो गई है. अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अब तक तीन नेताओं, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सांसद शशि थरूर और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का नाम उभरकर सामने आया है. कयासों के बीच बुधवार को अशोक गहलोत ने 10 जनपथ में पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. इस बीच सोनिया गांधी ने भी साफ कर दिया है कि चुनाव में उनकी क्या भूमिका होने वाली है. गहलोत से मुलाकात के दौरान सोनिया ने कहा कि वह पार्टी के अगले अध्यक्ष के लिए चुनाव में किसी का पक्ष नहीं लेंगी. पार्टी अध्यक्ष का चुनाव फ्री एंड फेयर होगा. वो किसी के नाम की सिफारिश नहीं करेंगी. गहलोत को लेकर यह भी साफ कर दिया कि एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत की बात तब आएगी, जब उम्मीदवार तय होगा और जीतेगा.
आज राहुल गांधी को मनाने की अंतिम कोशिश करूंगा- गहलोत
गहलोत ने कहा कि वह राहुल गांधी पार्टी की जिम्मेदारी संभालने के लिए उन्हें मनाने का एक आखिरी प्रयास करेंगे. गहलोत गुरुवार सुबह मुंबई से कोच्चि पहुंचेंगे. कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने का स्पष्ट संकेत देते हुए गहलोत ने कहा कि पार्टी आलाकमान उन्हें जो भी जिम्मेदारी सौंपेगा, उसे वह निभाएंगे. वह कोच्चि जाकर राहुल गांधी को इस बात के लिए मनाने का आखिरी प्रयास करेंगे कि वह पार्टी अध्यक्ष का पद संभालें. उनका कहना था कि राहुल गांधी से बातचीत करने के बाद ही वह तय करेंगे कि आगे क्या करना है.
22 सितंबर को जारी होगी अधिसूचना
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए घोषित कार्यक्रम के अनुसार, अधिसूचना 22 सितंबर को जारी की जाएगी और नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 से 30 सितंबर तक चलेगी. नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि आठ अक्टूबर है. एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को मतदान होगा और नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे.
दिग्विजय ने भी दिया चुनाव में शामिल होने का संकेत
दिल्ली पहुंचने पर गहलोत ने भले ही कांग्रेस अध्यक्ष के साथ सीएम बने रहने का संकेत दिया हो, लेकिन कांग्रेस नेता और मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि यदि वे अध्यक्ष बनते हैं तो उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ना होगा. दिग्विजय सिंह ने कहा कि उदयपुर अधिवेशन में यह प्रस्ताव पास हुआ था कि एक व्यक्ति सिर्फ एक पद पर रहेगा. दिग्विजय खुद भी अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं.
गहलोत बोले- समय बताएगा, मैं कहां रहूंगा
गहलोत ने कहा, ‘समय बताएगा कि मैं कहा रहूंगा, कहां नहीं रहूंगा. एक पद, एक व्यक्ति फॉर्मूले पर उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा तो ये है कि मैं किसी पद पर न रहूं, क्योंकि मैं बहुत पद पर रह चुका हूं. मेरी उपस्थिति से पार्टी को फायदा होना चाहिए, कांग्रेस मजबूत होनी चाहिए, मैं यह चाहता हूं. पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया है.’
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