कैसे हुई गिरफ्तारी
23 मार्च की दोपहर वह चंदौरी रोड स्थित पवन मेडिकल दुकान में पहुंचा. दुकान संचालक से कहा कि मैं ड्रग इंसपेक्टर हूं. मेरा नाम धनंजय है. कागजात जांच करने आया हूं. कागजात जांचने के बाद संचालक से कहा कि इसमें गड़बड़ी है. आपको रकम देना होगा. संचालक को शक होने पर उन्होंने तत्काल सूचना गिरिडीह ड्रग इंस्पेक्टर अरूप कुमार व ड्रग एसोसिएशन के सचिव सुजीत कपिसवे, विकास केडिया समेत अन्य पदाधिकारियों को दी. खबर पाकर ड्रग इंसपेक्टर व एसोसिएशन के पदाधिकारी पहुंचे तथा उसे पकड़कर नगर थाना पुलिस के हवाले कर दिया. यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=587860&action=edit">यहभी पढ़ें : गिरिडीह : झामुमो की पंचायत कमेटी गठित [wpse_comments_template]