Giridih: वृद्ध आश्रम में रहने वाले वृद्धजन अपनी दैनिक जरूरतों के लिए दूसरों पर आश्रित होते हैं. बीमारियों से जूझते हुए भी संकोच में अपनी परेशानी किसी से साझा नहीं करते. केंद्र सरकार की असंचारी रोग योजना के तहत अब स्वास्थ्य कर्मी खुद वृद्धाश्रम पहुंचकर उनका इलाज करेंगे. सीएस डॉ एसपी मिश्रा की माने तो सारी तैयारी कर ली गई है, जल्द ही नेत्र जांच व इलाज से इसकी शुरुआत की जाएगी. बस स्टैंड रोड़ स्थित वृद्धाश्रम में कैंप लगाकर सभी बुजुर्गों की आंखों की जांच की जाएगी. केंद्र सरकार के निर्देश पर आंखों की जांच के बाद निशुल्क चश्मा उपलब्ध कराई जाएगी. कॉन्ट्रैक्ट ऑपरेशन की जरूरत हुई तो सदर अस्पताल में लाकर किया जाएगा. सीएस डॉ मिश्रा ने कहा कि अक्सर अधिक उम्र होने के कारण आंखें कमजोर हो जाती है. ऐसे में समय-समय पर आंखों की जांच होना बेहद जरूरी है. उन्होंने आम जनों से भी अपील की कि यदि किसी की आंखों में किसी भी प्रकार की समस्या आती है. तो वह सदर अस्पताल में आकर आंखों का परीक्षण कराएं. क्योंकि आंखों का स्वस्थ व दुरुस्त रहना बेहद जरूरी है.

आंखें अनमोल स्वस्थ रहना जरूरी: नेत्र सर्जन

सदर अस्पताल के नेत्र सर्जन डॉ वीरेंद्र कुमार ने कहा कि आंखें ईश्वर की अनमोल देन है. मोबाइल, लैपटॉप उन्हें नुकसान पहुंचा रहा है. आंखों की रोशनी कम होने का प्रमुख कारण लेट कर पढ़ने की आदत, अंधेरे में पढ़ना, लंबे समय से आंखें गड़ा कर लगातार मोबाइल लैपटॉप देखना है. गलत खानपान की वजह से भी आंखों पर असर पड़ता है. बताया कि 1 मिनट में कम से कम 10 से 15 बार पलकें झपकना चाहिए. इससे कॉर्निया में तरलता बनी रहती है.
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