Giridih : जिले के जमुआ प्रखंड के गम्हारडीह गांव के बगल स्थित नाला में वन विभाग द्वारा कच्चा बांध बनाया गया है. बांध के पास पानी जमा होने से कई किसानों का खेत डूब गया है. किसान पानी की निकासी के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की है.
वन विभाग द्वारा गम्हारडीह में प्लांटेशन के लिए नाला को बांधा गया. नाले के दोनों ओर वन विभाग द्वारा पौधे लगाए गए हैं. पौधों की सिंचाई के लिए पानी की सख्त जरूरत है. नाले के बगल में गांव के किसानों का खेत भी है. बांध की उंचाई अधिक होने के कारण काफी पानी जमा हो गया है. अधिक पानी जमा होने के कारण किसानों के खेत में एक फिट से ज्यादा पानी जमा है, जिससे किसान चिंतित है.
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पानी के निकासी की व्यवस्था नहीं हुई तो धान की खेती नहीं हो सकेगी
किसानों का कहना है कि अभी खेत पानी से लबालब भरा हुआ है तो बरसात में क्या स्थिति होगी. किसान फागु शर्मा ने बताया कि पानी के निकासी की व्यवस्था नहीं हुई तो धान की खेती नहीं हो सकेगी. उन्होंने वन विभाग से पानी को कम करने के लिए बांध के बगल में छिलका या कलभट बनवाने की मांग की है. ताकि वन विभाग भी पौधों की सिंचाई कर सके और किसानों का खेत डूबने से बच जाए.
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वन विभाग को कोई ठोस कदम उठाने चाहिए
गांव के किसान त्रिभुवन शर्मा ने कहा कि अभी केवल दो-तीन दिन बारिश हुई है उसी में खेत डूब गया है. पानी निकासी की व्यवस्था नहीं हुई तो किसान के समक्ष एक बड़ी समस्या आ जायेगी. खेती का काम शुरू होने से पहले ही वन विभाग को कोई ठोस कदम उठाने चाहिए.
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बांध के निर्माण से किसानों को लाभ होगा
किसान प्यारी शर्मा ने कहा कि खेत में पानी भरने से धान की खेती प्रभावित हो जाएगी. वन विभाग अविलंब इस दिशा में कोई ठोस कदम उठाए. इधर बीजेपी के पूर्व विधायक लक्ष्मण स्वर्णकार ने कहा कि किसानों की मांग जायज है. वन विभाग द्वारा नाला में बांध का निर्माण करना स्वागत योग्य है. इससे किसानों को भी लाभ होगा. लेकिन अधिक मात्रा में पानी जमा हो जाने से किसान परेशान हैं. वन विभाग पानी को कम करने की व्यवस्था करें, इससे पौधों की भी सिंचाई होती रहे और किसानों को खेती करने में भी कोई परेशानी नहीं हो सके.
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