Ranchi: इस बार कम बारिश वाले पांच जिलों में भी अच्छी खेती हुई है. राज्य में मॉनसून की समान बारिश वितरण क्षेत्र नहीं होने पर भी खेती का लक्ष्य पूरा कर लिया गया. इससे कम बारिश वाले जिलों में भी करीब-करीब सौ फीसदी कृषि कार्य का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है. राज्य में मॉनसून के दौरान ऐसा कम ही हुआ है कि कम बारिश के बावजूद अच्छी खेती हुई हो. राज्य में पिछले साल भी मॉनसून अच्छा रहा था.
इस बार गुमला में सबसे कम बारिश हुई. यहां अब तक सामान्य से करीब 40 फीसदी कम बारिश हुई है. अब तक यहां केवल 54.9 मिमी बारिश हुई. लेकिन धान की खेती का लक्ष्य 99.57 पूरा हो चुका है. जबकि अन्य जिलों में सिमडेगा, चतरा, पश्चिमी सिंहभूम, पाकुड़, गढ़वा और सरायकेला में भी कम बारिश होने के बावजूद खेती का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है.
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कृषि विज्ञानियों के अनुसार इस बार मॉनसून की बारिश बीजारोपण से लेकर इसकी बुआई तक अनुकूल समय पर हुई है. यही कारण है कि धान और खरीफ फसलों की खेती कार्य प्रक्रिया के हर अवसर पर बारिश हुई. इससे किसानों के खेत में कार्य के दौरान पानी की उपलब्धता रही. जबकि 2019 में गुमला में इससे इस वर्ष की तुलना में अच्छी बारिश के बावजूद 77.33 फीसदी धान की खेती पूरी हो सकी थी. 2019 में इन सभी जिलों में कृषि लक्ष्य को पूरा नहीं किया जा सका था.
मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार इस बार भी मॉनसून मिलाजुला कर अच्छा रहा है. राज्य में जहां लोहरदगा, जामताड़ा, साहिबगंज में अधिक बारिश हुई. इन तीनों जिलों में इस मॉनसून के दौरान 1100 मिमी से अधिक बारिश हुई. जबकि कई जिलों में कम बारिश हुई. कम बारिश वाले जिलों में मॉनसून की आधी बारिश हुई. लेकिन यह हर मौके पर बरसा. समयानुकूल बारिश होने से कम बारिश खेती पर खराब असर नहीं पड़ा.
राज्य में बारिश और खेती का लक्ष्य
जिला बारिश कम (% में) धान की खेती (% में)
गुमला 545.9 38 99.57
सिमडेगा 742.1 27 98.21
पश्चिम सिंहभूम 620.1 23 93.92
सरायकेला 645.5 21 97.51
पाकुड़ 719.2 20 94.04
चतरा 575.4 23 99.75
गढ़वा 581.5 20 95.15
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