- मुआवजा हड़पने में टिबड़ेवाल परिवार सबसे आगे
Pravin Kumar/ Amit Singh
Ranchi : गोड्डा जिले के महगामा अंचल में 169 बीघा सरकारी जमीन तो भूमाफियाओं ने हड़पी ही, उसी हड़पी हुई जमीन का ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (ईसीएल) ने अधिग्रहण किया, तो भू माफियाओं के पौ बारह हो गए. मुआवजा भी हथियाया और सरकारी नौकरी भी ले ली. जमीन हथियाने के साथ ही साथ मुआवजा हड़पने वालों में कई परिवार हैं, लेकिन सरकारी संपत्ति लूटने, फर्जी कागज पर सरकारी जमीन की सबसे ज्यादा जमाबंदी कराने, सरकारी जमीन के एवज में सरकारी नौकरी लेने के साथ ही साथ मुआवजा हड़पने वालों में सबसे पहले टिबडे़वाल परिवार का नाम है. बसुआ मौजा में कैलाश टिबड़ेवाल परिवार ने सबसे ज्यादा सरकारी जमीन की जमाबंदी कराई है. गोड्डा जिले में टिबडे़वाल परिवार इतना प्रभावशाली है कि अफसरों ने सरकारी जमीन के साथ-साथ महगामा के सरकारी पशु अस्पताल की भी जमाबंदी कर उस परिवार के सदस्यों के नाम पर कर दी. सरकारी पशु अस्पताल और अस्पताल की तीन बीघा जमीन भी टिबडे़वाल परिवार ने अफसरों के साथ मिलकर हड़प ली. इसके बाद सरकारी अस्पताल की जमीन का सौदा करोड़ों में कर दिया. जमीन बेचने के बाद टिबडे़वाल परिवार ने क्रेता के नाम पर भी सरकारी अस्पताल और जमीन की जमाबंदी करा दी.
टिबडे़वाल परिवार ने सैकड़ों बीघा सरकारी जमीन हड़पी
बसुआ मौजा में सरकारी जमीन की अवैध बंदोबस्ती का खेल 80 के दशक से चला आ रहा है. टिबडे़वाल परिवार का फार्जीबाड़ा यहीं नहीं रुका. महगामा अंचल के सभी मौजा में टिबडे़वाल परिवार ने सरकारी जमीन की अवैध तरीके से बंदोबस्ती करायी है. गैर मजरुआ, परती कादिम सरकारी जमीन हड़पने के लिए कैलाश टिबडे़वाल ने जमींदार का वंशज होने से संबंधित फर्जी दस्तावेज का सहारा लिया.
टिबडे़वाल ने सरकारी जमीन हड़पी , बदले में मिला पुरस्कार
टिबडे़वाल परिवार ने पहले सरकारी जमीन हड़पी. फिर उसी जमीन को दान कर दिया. सरकारी दस्तावेज में जमीन दान कर टिबडे़वाल परिवार ने खुद को अफसरों की नजर में पाक-साफ दिखा दिया. इसके बाद टिबडे़वाल परिवार ने जमीन दान देने के एवज में बसुआ मौजा में खुलनेवाले तीन सरकारी स्कूलों के नाम में टिबडे़वाल परिवार के लोगों का नाम जुड़वा दिया. यानी स्कूल का नाम टिबडे़वाल परिवार के सदस्यों के नाम पर हो गया. इन तीन स्कूलों के नाम हैं बनारसी देवी, देवी प्रसाद कन्या उच्च विद्यालय, श्रीमोहन आदर्श मध्य विद्यालय और जयनारायण उच्च विद्यालय.
ईसीएल ने बसुआ मौजा की 44.94 एकड़ जमीन का अधिग्रहण
महगामा अंचल के बसुआ मौजा में ईसीएल ने 44.94 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया है. 1980-81 और 1987-88 में जमीन का अधिग्रहण हुआ था. अवैध जमाबंदी नंबर 21 के भूमि के एवज में कुल नौ लोगों को ईसीएल ने नौकरी दी थी. नौकरी के साथ-साथ लाखों रुपये मुआवजा भी दिया था.
ईसीएल में नौकरी पाने वालों में राज कुमार मिश्रा, हेमंत साह, धर्मेंद्र, रविशंकर, मानस कुमार, नवीन प्रसाद सिंह, मनोज कुमार, हरिवंश शर्मा एवं दिलीप कुमार राय का नाम शामिल है.
जमीन के एवज में लाखों रुपये मुआवजा लेने वालों में विनोद कुमार टिबडे़वाल, अशोक कुमार टिबडे़वाल, संतोष कुमार टिबडे़वाल, लोक नाथ टिबडे़वाल, रघुनंदन प्रसाद टिबडे़वाल, राम गोपाल टिबडे़वाल, पवन कुमार टिबडे़वाल, कृति नारायण, दिलीप कुमार राय, अरुण कुमार राय, चंदन कुमार राय, सुदीप कुमार, श्याम लाल टिबडे़वाल, कैलाश टिबडे़वाल, शिवनंदन टिबडे़वाल और राम रतन भगत का नाम शामिल है.
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