Hazaribagh: झारखंड अनुसचिवीय समाहरणालय कर्मचारी संघ बीती 22 जुलाई से झारखंड के संपूर्ण जिला समाहरणालय के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. कांग्रेस नेता डॉ आरसी मेहता ने कलेक्ट्रेट के सामने धरना स्थल जाकर 9 सूत्री मांगों का निरीक्षण किया और पाया कि इनकी अधिकांश मांगें जायज हैं. उन्होंने कहा कि सरकार इनकी मांगों काे अविलंब पूरा करे, क्योंकि मिनिस्ट्रियल कर्मचारियों के धरना पर जाने के कारण अनेकों विकास के कार्य रुके हुए हैं. समाहरणालय कर्मचारियों के नहीं रहने से जनता का काम नहीं हो रहा है. जनहित के लिए सरकार इसको संज्ञान में लेकर वार्ता कर उनकी उचित मांगों को तत्काल पूरा करना चाहिए.
अनुबंध कर्मियों की सेवा नियमित की जाए
मेहता ने कहा कि बेसिक वेतन 1900 रुपये से बढ़ाकर 2400 रुपये करना कोई बड़ी मांग नहीं है. योग्यता अनुसार पदोन्नति करना, पदोन्नति का काल 8 वर्ष से घटकर 4 वर्ष करना, निम्न लिपिक के स्थान पर समाहरणालय सहायक, कार्यालय अधीक्षक के स्थान पर प्रशासनीय अधिकारी इत्यादि उचित मांग है. अनुबंध कर्मियों की सेवा नियमित की जाए. वहीं कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष गोपाल कुमार पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस संबंध में ज्ञापन दिया जा चुका है. कुछ मंत्रियों एवं विधायकों ने भी मांग का समर्थन किया है. वहीं संघ के सचिव एसके अमबसठा ने कहा कि जब तक हमलोगों की मांगें पूरी नहीं की जाएगी, हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर ही रहेंगे. धरने पर पर मुख्य रूप से राजीव रंजन सिंह, संजय कुमार पासवान, मिथिलेश कुमार दुबे, प्रदीप कुमार मांझी, अनुज पांडे, मनोज बिहारी, तारकेश्वर कुमार यादव, छोटेलाल राम, रॉबिन डांगी इत्यादि बैठे हैं.
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