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सेल लीज की अनुपयोगी जमीन वापस लेकर लैंड बैंक बनाएगी सरकार: समिति

Kiriburu : एशिया के प्रसिद्ध सारंडा जंगल में टूरिज्म को बढ़ावा देने की संभावनाएं तलाश करने के लिए राज्य के जिला परिषद एंव पंचायती राज समिति के चेयरमैन सह गांडेय विधायक डॉ सरफराज अहमद और गोड्डा विधायक अमित मंडल ने यहां का दौरा किया. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वे सरकार को प्रस्ताव देंगे कि वैसी जमीन जो सेल उपयोग नहीं कर रही है, उसे सरकार वापस ले और उसे पर्यटक केंद्र के तौर पर विकसित करे, तभी सारंडा में पर्यटन का विकास संभव है. सरकार अनुपयोगी जमीन वापस लेकर लैंड बैंक बनाएगी. वे सारंडा दौरे के दौरान सेल के मेघालया गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.

ठहरने व सुरक्षा की व्यवस्था न होने के कारण नहीं आते पर्यटक

डॉ सरफराज अहमद ने कहा कि सारंडा में पर्यटन की असीम संभावनाएं व तमाम संसाधन मौजूद हैं. जरूरी है ईमानदार प्रयास की. यहां सेल के अलावा किसी प्रकार की दूसरी कोई व्यवस्था नहीं है, जहां पर्यटक आकर ठहरें और यहां से सारंडा के विभिन्न पर्यटक स्थलों पर जाकर घुम सकें. पर्यटक आते हैं लेकिन ठहरने, खाने व सुरक्षा का व्यवस्था नहीं होने के कारण थोड़ा बहुत घूमकर चले जाते हैं. यहां टूरिज्म के बढा़वा के लिए हम राज्य सरकार को रिपोर्ट बनाकर देंगे, ताकि पर्यटकों के लिए आधारभूत संरचना सारंडा में उपलब्ध कराया जा सके.

केंद्र से उम्मीद नहीं, आंतरिक संसाधन ही रेवेन्यू के मुख्य स्रोत

उन्होंने कहा कि हमारा इंटरनल रिसोर्सेज ही रेवेन्यू जेनरेशन का मुख्य स्रोत है. हमें भारत सरकार से बहुत उम्मीद नहीं है. ऐसे में हम अपना रेवेन्यू जेनरेशन कैसे बढा़ते हुए राज्य को विकास की ओर आगे ले जायें उस पर हमलोग अध्ययन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सारंडा में निवास करने वाले लोगों को तमाम प्रकार की दिक्कतों जैसे आवासीय, जाति प्रमाण पत्र, राशन कार्ड आदि नहीं बन पा रहे हैं. राज्य सरकार व खादान प्रबंधनों की तरफ से जो सुविधा मिलनी चाहिए वह ग्रामीणों को मिल रही है या नहीं वह सारी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को देंगे. अवैध खनन से संबंधित बातें भी हमारे संज्ञान में आई हैं तथा इसकी रोकथाम का दायित्व जिला प्रशासन के हाथ में है. हम लौट कर जिला प्रशासन से बात करेंगे. पंचायत स्तर के गांवों तक की बेसिक रूट को मजबूत करना हमारा मुख्य ध्येय है. ऐसी स्थिति में नवंबर या दिसंबर में पंचायत चुनाव कराया जा सकता है. सेल का लीज क्षेत्र में जो जमीन अनुपयोगी है उसे सरकार वापस लेकर लैंड बैंक के रूप में इस्तेमाल करेगी. [caption id="attachment_122808" align="aligncenter" width="300"]http://lagatar.xprthost.in/wp-content/uploads/2021/08/amit-mandal-300x300.jpg"

alt="" width="300" height="300" /> विधायक अमित मंडल.[/caption]

पैसा है पर इंफ्रास्ट्रक्चर देने के लिए जमीन नहीं

समिति सदस्य विधायक अमित कुमार मंडल ने कहा कि किरीबुरु का नाम झारखंड में सभी जानते नहीं है. सारंडा की सबसे ऊंची पहाड़ी को सेल ने लीज पर ले रखा है, लेकिन पर्यटकों को बढा़वा व ठहरने आदि की व्यवस्था हेतु कुछ नहीं किया है. सरकार का यह प्रयास होगा की सेल जिस जमीन का इस्तेमाल नहीं कर रही है, वह सरकार को वापस करे जिससे लैंड बैंक बनाकर उसका इस्तेमाल पर्यटन का विकास व इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करने में किया जाये. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के पास पर्यटन का विकास हेतु पैसा है, लेकिन जमीन की उपलब्धता नहीं होने से इसमें दिक्कतें आ रही हैं. उन्होंने कहा कि सारंडा जंगल जैसी खूबसूरत जगह नेतरहाट को छोड़कर झारखण्ड में नहीं है. सेल, टाटा स्टील समेत तमाम खनन कंपनियां पर्यावरण व प्रदूषण को बचाते हुए काम करे. उन्होंने कहा कि जल, जंगल, जमीन के नारे के साथ सरकार सत्ता में आयी है. ऐसे में यहां के लोगों का जीवन, जंगल, पर्यावरण को बचाने तथा पर्यटन के क्षेत्र में सारंडा व किरीबुरु को विकसित करने हेतु हम सरकार के पास प्रस्ताव रखेंगे. देखना यह होगा की सरकार इसे संज्ञान में लेती है या नही.

खादान का भी दौरा किया पर कोहरे के कारण कुछ दिखा नहीं

इस क्रम में कमिटी ने किरीबुरु एंव मेघाहातुबुरु खादान का दौरा किया लेकिन घने कोहरे की वजह से उन्हें कुछ दिखाई नहीं दिया. दौरे के क्रम में किरीबुरु के सीजीएम प्रभारी डीके बर्मन, सीजीएम कमलेश राय, मेघाहातुबुरु के सीजीएम आर पी सेलबम, उप महाप्रबंधक अमित विश्वास, राजू बेलन आदि अधिकारी मौजूद थे. [wpse_comments_template]
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