Search

पलामू में तेजी से बढ़ा HIV मरीजों का ग्राफ, 1 साल में 120 लोग संक्रमित

Sanjeet Yadav Medininagar : पलामू जिले में एचआईवी संक्रमित मरीजों का ग्राफ तेजी ते बढ़ रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, करीम 1150 लोग एचआईवी संक्रमित हैं, जिनमें अकेले पलामू जिले में 850 से अधिक एचआईवी से संक्रमित मरीज हैं. पिछले एक साल में करीब 125 एचआईवी संक्रमित मरीज मिले हैं, जिनमें पुरुषों की संख्या अधिक है.  खुशी के बात यह है कि 1 साल में 50 अधिक एचआईवी संक्रमित महिलाओं का सुरक्षित प्रसव कराया गया है, जिसमें 30 नवजात एचआईवी नेगेटिव पाए गए हैं. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग लगातार जागरूकता अभियान चला कर एचआईवी पर नियंत्रण पाने का प्रयास कर रहा है. लेकिन स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है. ऐसे में लोगों को खुद सुरक्षित रहना पड़ेगा. जागरूकता अभियान भी बेअसर   एचआईवी से संक्रमित मरीज के बढ़ते ग्राफ को रोकने के लिए और लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए फर्ज संस्था कई वर्षों से इसके बावजूद मरीजों की संख्या में कमी नहीं आई. फर्ज संस्था के परियोजना प्रबंधक आलोक सिंह बताते हैं कि जिले में एचआईवी से कैसे बचे इसको लेकर संस्था लोगों को जागरूक करने के लिए लगातार काम कर रही है. जिले भर में 900 से अधिक महिला सेक्स वर्कर रजिस्टर्ड हैं. उन सभी को समय-समय पर जांच के साथ-साथ एचआईवी से कैसे बचें इन सब बातों की जानकारी दी जाती है. उन्होंने बताया कि गरीबी और बेरोजगारी के कारण पलायन से एचआईवी का संक्रम बढ़ रहा है. जिले में कुछ फीमेल सेक्स वर्कर बिहार, छत्तीसगढ़ व कोलकाता से आते हैं और बिना सुरक्षा से यौन संबंध के कारण एचआईवी संक्रमित मरीज की संख्या बढ़ रही है. क्या कहते हैं स्वास्थ्य विभाग के काउंसिलर पलामू स्वास्थ्य विभाग के ईएसटीसी के काउंसिलर चंदन कुमार प्रभाकर ने बताया कि बहुत सारे ट्रक चालक और मजदूर बाहर में मजदूरी करने जाते हैं. इसी दरम्यान वे महिलाओं से बिना सुरक्षा के शारीरिक संबंध बनाते हैं और जब घर आते हैं तो अपनी पत्नी से संबंध बनाते हैं, जिसके कारण एचआईवी पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है.इसे रोकने के लिए बस स्टैंड, भीड़भाड़ वाले इलाकों में विशेष शिविर लगाए जाते हैं, जहां संभावित संक्रमितों की जांच की जाती है. साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में भी एएनएम के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जाता है. [caption id="attachment_1046854" align="aligncenter" width="272"]https://lagatar.in/wp-content/uploads/2025/05/चंदन-1-272x181.jpg"

alt="" width="272" height="181" /> चंदन कुमार प्रभाकर, काउंसिलर[/caption] स्वास्थ्य विभाग की डीएसआरसी काउंसिलर तनुजा सिन्हा ने बताया कि सभी संक्रमित मरीजों का इलाज डॉक्टरों की देखरेख में किया जा रहा है. यही कारण है 50 से अधिक एचआईवी पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं का सुरक्षित प्रसव कराया गया है, जिसमें 35 अधिक नवजात एचआईवी नेगेटिव पाये गये हैं. [caption id="attachment_1046855" align="aligncenter" width="272"]https://lagatar.in/wp-content/uploads/2025/05/तनुजा-1-272x181.jpg"

alt="" width="272" height="181" /> तनुजा सिन्हा, काउंसिलर[/caption] स्वास्थ्य विभाग द्वारा एचआईवी संक्रमण को रोकने के लिए जिले में विभिन्न स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है. बताया कि एचआईवी एक वायरस है, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी सिस्टम) को कमजोर कर देता है. यह संक्रमण मुख्य रूप से संक्रमित इंजेक्शन, असुरक्षित यौन संबंध, और संक्रमित रक्त के माध्यम से फैलता है. इसके अलावा, ड्रग्स का सेवन करने वाले लोग और सेक्स वर्कर्स के संपर्क में आने से भी इसका खतरा बढ़ जाता है. [caption id="attachment_1046856" align="aligncenter" width="272"]https://lagatar.in/wp-content/uploads/2025/05/आलोक-सिंह-1-1-272x181.jpg"

alt="" width="272" height="181" /> आलोक सिंह, फर्ज के परियोजना पदाधिकारी[/caption] यह भी पढ़ें : बोकारो">https://lagatar.in/ed-summons-lawyers-wife-in-bokaro-land-scam/">बोकारो

जमीन घोटाले में वकील की पत्नी को ईडी का समन
 
Follow us on WhatsApp