Bokaro : सरकार ने स्कूलों को खोलने का सिग्नल दे दिया है. राज्य सरकार ने 21 दिसंबर से 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए स्कूल खोलने की अनुमति दे दी है. जिसको लेकर बोकारो जिले के स्कूल अपनी तैयारियों में जुट गये हैं. सभी स्कूल प्रबंधन क्लास रूम को सेनेटाइज करवा रहे हैं. साथ ही कहा कि जो सरकार के गाइडलाइन हैं उसका पालन करने के भी बात कही. साथ ही कहा कि एक क्लास में 30 से 35 बच्चों के बैठने की व्यवस्था की गई है. स्कूल में प्रवेश करते ही बच्चों को बॉडी सेनिटाइजर गेट से गुजर कर जाना होगा. साथ ही सभी को मास्क लगा कर ही स्कूल आना है. लेकिन इसमें एक शर्त और भी है कि स्कूल आने के लिए बच्चों को उनके अभिभावकों की मंजूरी लेनी होगी.
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स्कूल खोलने की विशेष तैयारी
हालांकि 10वीं और 12वीं सहित अन्य कक्षाओं का ऑनलाइन क्लास पहले की तरह जारी रहेगा. इस बाबत जब हमने अभिभावकों से उनकी राय जाने तो उन्होंने कहा कि सरकार सबसे पहले स्कूल के शिक्षकों व बच्चों को कोरोना वैक्सीन दे ताकि किसी तरह का कोरोना वायरस का खतरा हमारे बच्चों पर ना हो चुकी जान रहेगी तो हम सभी अपने बच्चों को आगे भी पढ़ा सकते हैं. सरकार के इस फैसले को किसी ने नकारा तो किसी ने स्वीकारा भी है. ऐसे में एक अभिभावक ने बताया कि सरकार की ये पहल अच्छी है. अब बच्चे स्कूल जा सकेंगे लेकिन उस स्कूल में अच्छी तरह से क्लास को सैनिटाइज किया जाए. साथ ही बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग के माध्यम से बैठाया जाए और हम अभिभावक अपने बच्चे को मास्क और सैनिटाइजर देकर भेजेंगे.
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क्या कहना है छात्रों का ?
स्कूल खुलने की सूचना पाकर बच्चे उत्साहित हैं. और इसे सही बता रहे हैं. बच्चों का मानना है कि ऑनलाइन से बेहतर ऑफलाइन है. इसमें एकाग्रता बनी रहती है और डाउट्स को दूर किया जा सकता है. एक तरफ कुछ ही महीने में परीक्षा होनी है, ऐसे में पढ़ाई और परीक्षा की तैयारी करने में सहूलियत होगी.
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क्या कहना है शिक्षकों का ?
स्कूल खोलने को लेकर सरकार ने फैसला लिया है. स्कूल ने तैयारी कर ली है. सैनिटाइजेशन का कार्य पूरा किया गया है. स्कूल खोलने की तैयारी के संबंध में शिक्षकों और अभिभावकों के साथ विचार विमर्श भी हुआ है. स्कूल में पढ़ाई के दौरान शारीरिक दूरी का ख्याल रखा जाएगा। एक कक्षा में आधी संख्या में विद्यार्थियों को बैठाया जाएगा. हालांकि सरकार की ओर से स्कूल खोलने को लेकर लिखित दिशा निर्देश अभी जारी नहीं किया गया है, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने पहले से ही जारी सामान्य दिशा निर्देशों का पालन करते हुए तैयारियां कर ली हैं.
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क्या कहना है अभिभावकों का ?
सरकार द्वारा स्कूल खोलने के निर्णय को अभिभावक सराहनीय कदम बता रहे हैं. इससे बोर्ड के विद्यार्थियों को डाउट दूर करने में सहूलियत होगी. लेकिन स्कूल प्रबंधन को कोविड-19 के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है. पहल तो अच्छी है, लेकिन कोविड-19 में विशेष ध्यान देने की जरूरत है. स्कूल जाने से लेकर लौटने तक के बीच बच्चों पर विशेष ध्यान देने की जरुरत पड़ेगी.
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