Ranchi: रांची रेलमंडल के कनरंवा रेलवे स्टेशन पर बड़ा हादसा टल गया. दरअसल हटिया-राउरकेला पैसेंजर ट्रेन बुधवार की रात मेन लाइन से भटक कर दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इसका इंजन बोगी से अलग होकर देव नदी में गिर गया. ट्रेन हटिया से राउरकेला जा रही थी. इस ट्रेन में सैकड़ों यात्री सवार थे. सौभाग्य से इसमें सवार यात्रियों की जान बाल-बाल बच गई. कनरवा स्टेशन को पार करने के बाद हुई इस घटना के बाद यात्री फंस गए. देर रात सुरक्षा की व्यवस्था नहीं होने पर यात्रियों ने हंगामा भी किया. वे राउरकेला जाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की मांग कर रहे थे. देर रात को रिलीफ ट्रेन हटिया से चल चुकी थी.
केबिन मैन की गलती से दूसरी ट्रैक पर चली गई ट्रेन
बताया जा रहा है कि कनरवा स्टेशन के कैबिन मैन की गलती से ट्रेन दूसरी ट्रैक पर चली गई. गनीमत रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ. ट्रेन में सवार सैकड़ों यात्रियों की जान बाल-बाल बच गई. घटना रात 8:15 पर ट्रेन के बानो स्टेशन को पार करने के बाद हुई. आगे के स्टेशन कनरवा पहुंचने के बाद ही केबिन मैन की गलती से ट्रेन का इंजन मेन लाइन को छोड़कर बफर लाइन पर जाकर बेपटरी हो गया. इसके आगे देवनदी का इलाका पड़ता है. अधिकारियों के मुताबिक पीछे की एक बोगी भी बेपटरी हो गई है.
ट्रेन एक्सीडेंट की सूचना पर हटिया स्टेशन में हूटर बज उठा
घटना की सूचना तत्काल रेल मंडल अधिकारियों को दी गई. ट्रेन एक्सीडेंट की घटना पर हटिया स्टेशन हूटर बज उठा. आनन-फानन में मंडल अधिकारियों समेत रेलवे के वरीय सुरक्षा कमांडेंट समेत अन्य अधिकारी रिलीफ ट्रेन लेकर घटनास्थल की ओर रवाना हुए. रिलीफ ट्रेन अभी गोविंदपुर को पार कर चुकी है. इसके 11 बजे रात तक पहुंचने की उम्मीद है. डीआरएम नीरज अंबष्ठ के अनुसार घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है. रिलीफ कार्य जारी है. रिलीफ ट्रेन पहुंचने के बाद बोगी को पटरी पर लाया जाएगा. फिर दूसरी इंजन की व्यवस्था कर उसे राउरकेला के लिए रवाना किया जाएगा.
घटना के बारे में बताते हुए एक रेल अधिकारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया गलत पॉइंट सेटिंग के कारण ट्रेन बफर साइडिंग में चली गई, जिससे कि यह हादसा हुआ. अधिकारी इस ट्रेन में सवार लोगों की संख्या 65 बता रहे हैं. लेकिन इसमें करीब 100 यात्री सफर कर रहे हैं. यात्रियों की सुरक्षा के लिए आसपास के स्टेशनों से आरपीएफ समीर जीआरपी और राज्य सरकार के पुलिस बल को मंगाया गया है. सिंगल लाइन होने के कारण कनरवा टाटी के बीच में 2016 में भी ऐसी घटना हो चुकी है. गलत पॉइंट सेटिंग के कारण दो ट्रेनों की टक्कर हुई थी और दो लोको पायलट की मौत हो गई थी.