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हजारीबाग : भाजपा व कांग्रेस प्रत्याशी हैं करोड़पति, नामांकन के दौरान दिया ब्यौरा

एक को मिला है विरासत में राजनीति, दूसरे को व्यापार Pramod Upadhyay Hazaribagh: हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी मनीष जायसवाल और कांग्रेस के प्रत्याशी जयप्रकाश भाई पटेल करोड़पति हैं. इसका खुलासा नामांकन प्रपत्र में दिए गए संपत्ति के ब्यौरे से हुआ है. मनीष जायसवाल के पास नकद 2 करोड़ 88 हजार और उनकी पत्नी निशा जायसवाल के पास नकद 2 करोड़ 60 लाख 538 रुपये और एचयूएफ में 30 हजार रुपये हैं. मनीष जायसवाल के पास 406 ग्राम सोना, जिसकी कीमत 25 लाख रुपये, 40 ग्राम सोने के सिक्के, जिसकी कीमत 2 लाख 70 हजार रुपये, चांदी 40 किलोग्राम जिसकी कीमत 30 लाख रुपये, सोने के सिक्के 310 ग्राम, जिसकी कीमत 31 लाख रुपये है. इसके अलावा एलआईसी बीमा में 3 करोड़ 21 लाख रुपये, शेयर बाजार और म्युचुअल फंड में 1 करोड़ 38 लाख रुपये पति-पत्नी और फैमिली के नाम सामूहिक रूप से निवेश किया गया है. वहीं कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश भाई पटेल के पास नकदी 1 लाख 35 हजार 754 रुपये, उनकी पत्नी ललिता देवी के पास नकद 1 लाख 41 हजार 410 रुपये हैं. जयप्रकाश भाई पटेल के नाम से कुल संपत्ति 70 लाख रुपये की है, जबकि पत्नी ललिता देवी के नाम से 57 लाख 30 हजार रुपये की संपत्ति है. एलआईसी, म्युचुअल फंड शेयर बाजार में 14 लाख रुपये, जमीन और बिल्डिंग में 1 करोड़ 12 लाख रुपये का निवेश है. इसे भी पढ़ें-हाईकोर्ट">https://lagatar.in/decisions-high-court-and-supreme-court-showed-mirror-hemant-government-pratul/">हाईकोर्ट

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संपत्ति का दिया ब्यौरा

पत्नी के नाम पर 48 लाख 50 हजार लोन सहित 50 ग्राम सोना, जिसकी कीमत 3 लाख रुपये, पत्नी के नाम से 100 ग्राम सोना, जिसकी कीमत 6 लाख रुपये, 1 किग्रा चांदी जिसकी कीमत 81 हजार रुपये है. जयप्रकाश भाई पटेल ने 48 लाख रुपये की जमीन की खरीदारी की है, जबकि पत्नी 3 लाख 50 हजार रुपये की जमीन की खरीदारी अपने नाम से की है. 23 लाख रुपये की गैर कृषि भूमि और पत्नी के नाम से 9 लाख की गैर कृषि भूमि है. सामूहिक रूप से बात करें तो भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस प्रत्याशी दोनों ने मूल रूप से नामांकन पत्र में खुद को व्यवसायी दिखाया है, जिससे उनकी आय अर्जित होती है. उसके बावजूद पटेल अपने आप को किसान कह रहे हैं और मनीष जायसवाल खुद को बिजनेसमैन कहते हैं, जो सोशल मीडिया पर वायरल हैं. वहीं मनीष जायसवाल कहते हैं कि अगर कोई चना बेचता है वह भी बिजनेसमैन है, लेकिन अगर कोई बड़ा व्यापार करता है वह भी बिजनेसमैन है. ऐसे में बिजनेसमैन होना गुनाह नहीं बल्कि सभी को बिजनेस करना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि कोई बड़ा बिजनेसमैन है तो कोई छोटा बिजनेसमैन है.

क्या कहते हैं पटेल व जायसवाल

इस संबंध में सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट में पटेल कह रहे हैं कि मनीष जायसवाल व्यापारी हैं. स्कूल, कॉलेज, सिनेमा हॉल वह चलाते हैं. वह जनता के लिए काम नहीं करके अपने व्यापार को बढ़ावा दे रहे हैं. वहीं भाजपा नेता मनीष जायसवाल ने कहा कि व्यापारी वही होता है जो बड़े पैमाने पर बिजनेस करता है. चना बेचकर बड़ा बिजनेसमैन नहीं बन सकते. इसके लिए मेहनत लगन से काम करना होगा. उन्होंने यह भी कहा हमारा जायसवाल परिवार पहले से रईस था और आज भी है. हमने कोई चोरी करके प्रॉपर्टी नहीं खड़ी की, बल्कि पूर्वजों की प्रॉपर्टी है और उसे बढ़ावा दिया है. इसे भी पढ़ें-राहुल">https://lagatar.in/rahul-gandhi-will-hold-election-meetings-in-chaibasa-and-basia-on-7th/">राहुल

गांधी सात को चाईबासा और बसिया में करेंगे चुनावी सभा 
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क्या कहती है जनता

इस संबंध में सदर प्रखंड, बड़कागांव, केरेडारी, कटकम दाग, कटकमसांडी, चौपारण, पदमा के ग्रामीणों का कहना है कि पटेल कोई खुद से नेता नहीं बने हैं. उन्हें विरासत में कुर्सी मिली है और उसी का वह लाभ उठा रहे हैं. कई लोगों ने यह भी कहा कि पटेल आम लोगों के साथ अच्छी तरह बात भी नहीं कर सकते हैं. वह गांव की भाषा में लोगों को समझाते हैं. पटेल को यह समझना होगा कि गांव में भी पढ़े-लिखे लोग हैं. [wpse_comments_template]
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