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समर्थकों का दावा- मनीष जायसवाल को वोट मांगने की जरूरत नहीं
भाजपा के नामांकन के वक्त आए लोगों ने बताया कि भाजपा के लाखों समर्थक बिन बुलाए झंडा लेकर आए हैं. ये मनीष जायसवाल को नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समर्थन देने आए हैं. लोगों ने बताया कि नरेंद्र मोदी देश का पहला प्रधानमंत्री है जो आम जनता के लिए काम करते हैं. वह बिन मांगे गैस सिलेंडर, चूल्हा, शौचालय, नल जल योजना, प्रधानमंत्रीआवास, सड़क, बिजली के अलावे कई अन्य सुविधाएं दे रहे हैं. वह देश के लिए भी मजबूत चौकीदार साबित हो रहे हैं. वहीं मनीष जायसवाल भी प्रधानमंत्री की तरह ही अपने क्षेत्र में काम कर रहे हैं. समर्थकों ने बताया कि हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल ने 25 बेटियों की शादी बड़े घराने की बेटियों की तरह करवाई है. दूल्हें को मोटरसाइकिल और रोजगार के लिए ई-रिक्शा भी दिया. यहां तक कि बिना बुलाए विधायक हजारों बेटियों के विवाह में खड़े रहे. अमीरों की तरह गरीबों की बेटियों को भी लहंगा पहनाकर डोली में बैठाया है. अगर आज उनके जैसा नेता पूरे देश में हो तो अमीर और गरीब का भेदभाव खत्म हो जाएगा. वह जातिवाद नहीं, बल्कि विकास पर विश्वास करते हैं. इसलिए हम लोग मनीष के समर्थन में इतनी कड़ी धूप में आए हैं. ऐसे लोगों को वोट मांगने की जरूरत नहीं, बल्कि उन्हें वोट के साथ सहयोग की आवश्यकता है.alt="" width="600" height="400" />
गठबंधन समर्थकों का दावा- जेपी पटेल ने खूब विकास किया, जीत सुनिश्चित
वहीं इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी प्रत्याशी जेपी पटेल के नामांकन के वक्त भी बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे. उनके समर्थक मुन्ना सिंह, अंबा प्रसाद के अलावा कई समाजसेवी मौजूद रहे. नामांकन में शामिल समर्थकों ने बताया कि पटेल खानदानी आदमी है. वह पिता के नाम से जाने जाते हैं. उन्होंने भी क्षेत्र में खूब विकास किया है. ऐसे नेता को लोगों के बीच आना चाहिए था. इनकी जीत निश्चित है. नामांकन में कई पार्टियों के लोग शामिल थे और सभी पटेल को मदद कर रहे हैं. वहीं कई समर्थकों ने कहा कि वे मुन्ना सिंह के समर्थन में आए हैं, क्योंकि यह चुनाव मुन्ना सिंह लड़ रहे हैं. दरअसल उन्हें यह नहीं पता था कि लोकसभा चुनाव जीपी पटेल लड़ रहे हैं या मुन्ना सिंह. कई लोग तो अंबा प्रसाद को ही अपना उम्मीदवार मान रहे थे और पटेल का नाम तक उन्हें नहीं पता था. हालांकि जीत किसकी होगी यह तो जानता ही तय करेगी लेकिन इंडिया गठबंधन के लिए चुनौती आसान नहीं है, क्योंकि कम्युनिस्ट पार्टी भी अपना उम्मीदवार मैदान में उतर चुका है, जो कुशवाहा व मुस्लिम समाज के वोट पर दावा कर रहा है. वहीं समाजवादी पार्टी भी अपना उम्मीदवार मैदान में उतार रही है और वह भी अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के वोट पर दावा कर रही है. इसे भी पढ़ें-जमशेदपुर">https://lagatar.in/jamshedpur-jmm-candidate-sameer-mahanti-filed-nomination/">जमशेदपुर: झामुमो प्रत्याशी समीर महंती ने किया नामांकन