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हजारीबाग मेडिकल कॉलेज की छात्रा ने की थी खुदकुशी- पुलिस

Hazaribagh:  हजारीबाग मेडिकल कॉल की छात्रा ने पतरातू डैम में डूब कर खुदखुशी की थी. हजारीबाग की पुलिस ने इसका खुलासा कर लिया है.  पुलिस ने बताया कि गोड्डा की रहने वाली मेडिकल छात्रा ने आत्‍महत्‍या की थी. छात्रा के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं मिले थे. पुलिस हर पहलू की जांच के बाद यह निष्कर्ष पर पहुंची है. हालांकि कुछ बिंदुओं पर अभी भी जांच जारी है. गौरतलब है कि छात्रा का शव बीते 12 जनवरी को रामगढ़ जिले के पतरातू डैम में मिली थी.

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संयुक्त प्रेस वार्ता में डीआईजी व एसपी ने बताया कि शव मिलने के बाद पूरे मामले की जांच के लिये एसआईटी का गठन किया गया था. जांच में यह बात सामने आयी है कि छात्रा ने  आत्महत्या की थी.  आत्महत्या के बिंदुओं के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जहां छात्रा का शव पाया गया था वहां से नायलॉन की रस्सी और कैंची मिला था.  इसके साथ ही छात्रा के रूम के डस्टबिन से हस्तलिखित चिट्ठियां पाई गई है. जिसमें भी अपने जीवन को समाप्त करने संबंधी लिखित कागज मिले. गौर करने वाली बात यह है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहीं से भी सेक्सुअल हरासमेंट की बात सामने नहीं आई. इसके अलावा शरीर पर कहीं भी कोई मारपीट या खरोंच के निशान नहीं पाए गए. इन सभी तथ्यों के अनुसार अब तक पुलिस इसी नतीजे पर पहुंची है कि छात्रा ने आत्महत्या की थी. हालांकि अभी भी  अन्य बिंदुओं पर जांच  जारी है. [caption id="attachment_20268" align="aligncenter" width="600"]https://lagatar.in/wp-content/uploads/2021/01/7a07ddaa-286d-48db-85fe-2bb14a6aca8d.jpg"

alt="Lagatar.in" width="600" height="400" /> पतरातू डैम से बरामद मेडिकल छात्रा का शव, हाथ-पैर में बंधी थी रस्सी[/caption]

पुलिस ने जांच में मिले तथ्यों की जानकारी देते हुए बताया कि घटना से पहले छात्रा के द्वारा जलाशयों के बारे में इंटरनेट से जानकारी हासिल किया गया. उसके द्वारा जलाशयों की गहराई की भी जानकारी ली गई. फिर उसने पतरातू डैम जाने के रास्ते के बारे में भी जानकारी जुटायी.

रांची जाने के लिये छात्रा ने घटना के दिन ई-रिक्शा ड्राइवर से पूछताछ की. फिर वह हजारीबाग बस स्टेंड पहुंच कर बस में बैठी. इसकी पुष्टि सीसीटीवी फुटेज से हुई है. 

रांची जाने से पहले छात्रा ने अपने गुगल एकाउंट को स्थायी रुप से डिलिट कर दिया. 

जांच के दौरान यह तथ्य भी सामने आया कि कॉलेज से निकलते वक्त छात्रा एप्रोन पहनी हुई थी. लेकिन बस पर सवार होते वक्त एप्रोन नहीं पहनी हुई थी. जांच में यह पता चला कि रास्ते में उसने एप्रोन को उतार कर झाड़ी में फेंक दिया था. जिसे पुलिस ने बरामद किया है.

पतरातू डैम पर पहुंचने से पहले छात्रा ने अपना मोबाइल फोन झाड़ी में फेंक दिया था. जिसे पुलिस ने डैम से करीब 50 मीटर की दूरी पर से बरामद किया है. 

पतरातू डैम से बरामद हुआ था शव

रामगढ़ जिले के पतरातू डैम क्षेत्र में 12 जनवरी की सुबह करीब 7:00 बजे हजारीबाग मेडिकल कॉलेज की छात्रा का शव बरामद किया गया था. शव पानी में तैर रहा था. इसे पुलिस और ग्रामीणों की मदद से बाहर निकाला गया. मृतका का पैर और हाथ रस्सी से बंधा हुआ था. आशंका व्यक्त की जा रही थी कि युवती की हत्या कर शव को डैम में फेंका गया है. इस बात की चर्चा होने के बाद पुलिस डैम परिसर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पतरातू थाना ले आई. मामले की छानबीन में जुट गई थी. जांच के दौरान पुलिस हजारीबाग मेडिकल कॉलेज से निकलने से लेकर उसके घर गोड्डा तक पुलिस ने हर पहलू से जांच की. शव मिलने के एक दिन पूर्व छात्रा की परीक्षा थी.पुलिस में मृतका का मोबाइल बरामद कर लिया है. बरामद मोबाइल के आधार पर ही पुलिस ने मामले का खुलासा किया है. इसे भी देखें-     
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