Rehan Ahamad Ranchi: हॉर्लिक्स, बॉर्नवीटा हेल्थ ड्रिंक्स नहीं है. इनमें जरूरत से ज्यादा चीनी है. ये हेल्थ प्रोडक्ट नहीं हैं. भारत सरकार के विशेषज्ञों का कहना है कि न इनसे कोई ताकत मिलती है, ना ही लंबाई या फिटनेस बढ़ती है. इन प्रोडक्ट्स के निर्माताओं ने फर्जी विज्ञापन देकर करोड़ों-अरबों की कमाई की. यही नहीं भारत के प्रमुख खाद्य मसाला निर्माता कंपनियां एमडीएच और एवरेस्ट भी संदेह के घेरे में आ गई हैं. हाल में हांगकांग और सिंगापुर ने इनके कुछ उत्पादों को सेहत के लिए खतरनाक बताते हुए उन पर बैन लगा दिया. इसके बाद भारत सरकार के खाद्य विभाग ने इसकी जांच शुरू कर दी है. अब तो अमेरिका भी एमडीएच और एवरेस्ट के मसालों में खतरनाक केमिकल के बारे में जांच करवा रहा है. अमेरिकी खाद्य विभाग ने इस संबंध में हांगकांग और सिंगापुर से भी जानकारी मांगी है. दिलचस्प बात यह है कि मीडिया में प्रमुखता के खबरें आने के बाद भी राजधानी रांची के दुकानदारों को इस संबंध में कोई जानकारी ही नहीं है. ये सारे प्रोडक्ट धड़ल्ले से बेचे जा रहे हैं. यहां के दुकानदारों को अब तक पता ही नहीं चल पाया है कि सालों से जिस हॉर्लिक्स और बॉर्नवीटा को वो हेल्थ ड्रिंक्स के नाम पर बेच रहे हैं, वो सेहत के लिए खतरनाक हैं. उनमें वह जहरीले पदार्थ हैं. यही हाल एमडीएच और एवरेस्ट मसालों के मामले में भी है. जागरूक ग्राहक भी इसको लेकर अब तक जागरूक नहीं हो सके हैं, और धड़ल्ले से इनकी खरीदारी कर रहे हैं. शुभम संदेश ने राजधानी के कई दुकानदारों से इस पर बात की, तो किसी ने भी नहीं बताया कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी है. हालांकि ये खबर आम हो चुकी है कि एमडीएच के सांभर मसाला, एमडीएच करी पाउडर, एवरेस्ट फिश करी मसाला में कैंसर रोग पैदा करने वाले केमिकल एथिलीन ऑक्साइड मिले है. वहीं, हॉर्लिक्स और बॉर्नवीटा में जांच के बाद चीनी की मात्रा काफी अधिक पाई गई है.
क्या कहते हैं शहर के दुकानदार
ग्राहकों की मांग पर ही देते हैं एमडीएच के मसाले: सोनी हरमू स्थित सोनी जनरल स्टोल के संचालक ने कहा कि इन उत्पादों पर कोई कार्रवाई हुई है या जांच चल रही है, इसकी कोई जानकारी हम लोगों को नहीं मिली है. ग्राहकों की मांग पर एमडीएच और एवरेस्ट मसाले उन्हें उपलब्ध कराते हैं. हॉर्लिक्स व बॉर्नवीटा के बारे में भी नहीं पता. लेकिन हम अपनी दुकान में इसे रखते नहीं हैं. ग्राहक खरीदते हैं, तो हम बेचते हैं: राजेश हरमू के ही कुबेर स्टोर के संचालक राजेश कुमार ने कहा कि हमें ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है. हमारे यहां से एमडीएच मसाले व हॉर्लिक्स की बिक्री ग्राहकों की मांग पर होती है. जब ग्राहक मांगता है, तभी तो हम इसे लाकर बेचते हैं. जानकारी नहीं है कि ये सेहत के लिए खतरनाक हैं: इम्तियाज इरशाद स्टोर के मो. इम्तियाज ने कहा कि हमें अभी तक ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है. हमारे यहां हॉर्लिक्स और एमडीएच के मसाले रोजाना ग्राहक खरीदते हैं. ग्राहकों की मांग की वजह से दुकान में रखते हैं. आपसे पहली बार सुन रहे हैं कि ये सेहत के लिए खतरनाक हैं. ग्राहकों की डिमांड पर मंगवाते हैं: मुरारी राज स्टोर हरमू के मुरारी अग्रवाल ने कहा कि अखबार के माध्यम से एमडीएच मसालों की जानकारी मिली थी. लेकिन यह विदेशों में हुआ है. भारत में ऐसी कोई सूचना नहीं मिली है. इस लिए ग्राहकों की डिमांड पर एमडीएच और एवरेस्ट मसाले मंगवाते हैं. ग्राहकों की मांग पर ही देते हैं हॉर्लिक्स और बॉर्नवीटा: अजय शिवा मेडिकल के अजय कुमार ने कहा कि हॉर्लिक्स बॉर्नवीटा के बारे कोई जानकारी नहीं है. ग्राहक मांगते हैं, इस लिए हॉर्लिक्स और बॉर्नवीटा दुकान में रखते हैं. सरकार की तरफ से कोई निर्देश आएगा, तो बेंचना बंद कर देंगे. ऐसी कोई जानकारी नहीं है हमें: संतोष कुमार एसके स्टोर के संतोष कुमार ने कहा कि इस तरह की कोई जानकारी हम लोगों को नहीं है. ग्राहक मांग करते हैं, इस लिए एमडीएच, एवरेस्ट मसाले और हॉर्लिक्स बेचने के लिए रखते हैं. जब आना बंद हो जाएगा, तो नहीं बेंचेंगे. ग्राहकों की मांग पर दुकान में रखते हैं : अनुज अनुज स्टोर के संचालक अनुज ने कहा कि अन्य मसालों से अधिक ग्राहक एमडीएच मसाले की ही मांग लोग करते हैं. इस लिए इसे रखते हैं. इस तरह की कोई जानकारी नहीं है. बेचने से रोका जाएगा, तो बंद कर देंगे. जानकारी नहीं, ग्राहकों की मांग पर रखते हैं : गुड्डू हरमू मुन्ना स्टोर के सचालक गुड्डू कुमार ने कहा कि एमडीएच मसालों के साथ बॉर्नवीटा और हॉर्लिक्स भी बेचते हैं. ग्राहकों की मांग पर ही इन्हें दुकानों में रखते हैं. ऐसे इस तरह की कोई जानकारी नहीं है. [wpse_comments_template]