NewDelhi : राहुल गांधी ने आज प्रवासी मजदूरों के पलायन को लेकर मोदी सरकार को घेरा है. इसी क्रम में देश में चल रही वैक्सीनेशन ड्राइव पर भी राहुल ने तंज कसा है. बता दें कि देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना मामलों को लेकर पीएम मोदी को पत्र लिखने के बाद एक बार फिर राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है.
राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि केंद्र सरकार की फ़ेल नीतियों से देश में कोरोना की भयानक दूसरी लहर है और प्रवासी मज़दूर दोबारा पलायन को विवश हैं. कहा कि टीकाकरण बढ़ाने के साथ ही इनके हाथ में रुपये देना आवश्यक हैं. आम जन के जीवन व देश की अर्थव्यवस्था दोनों के लिए, लेकिन अहंकारी सरकार को अच्छे सुझावों से एलर्जी है!
टीके के निर्यात पर तत्काल रोक लगाई जाये
इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि कोरोना वायरस के टीके की खरीद एवं वितरण में राज्यों की भूमिका बढ़ाने के साथ ही सभी जरूरतमंद लोगों को टीका लगाने की व्यवस्था की जाये और टीके के निर्यात पर तत्काल रोक लगाई जाये. उन्होंने आठ अप्रैल को लिखे गये पत्र में यह आरोप भी लगाया था कि केंद्र सरकार की ओर से सही तरीके से क्रियान्वयन न किये जाने और उसमें ‘लापरवाही’ के कारण टीकाकरण का प्रयास कमजोर पड़ता दिख रहा है.
75 फीसदी आबादी के वैक्सीनेशन में लगेंगे कई साल
उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा कि टीके के आपूर्तिकर्ताओं को जरूरी संसाधन मुहैया कराये जायें, ताकि टीके तैयार करने की क्षमता में इजाफा हो सके. कांग्रेस नेता ने देश में कोरोना वायरस संक्रमण की नयी लहर आने और टीकाकरण की गति कथित तौर पर धीमी होने का उल्लेख करते हुए दावा किया कि अगर मौजूदा गति से टीकाकरण चलता रहा तो देश की 75 फीसदी आबादी को टीका लगाने में कई साल लग जायेंगे.