alt="" width="600" height="365" /> इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर">https://lagatar.in/jamshedpur-working-professionals-will-also-be-able-to-study-in-rvs-college-of-engineering-permission-received-from-aicte/">जमशेदपुर
: आरवीएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में वर्किंग प्रोफेशनल भी कर सकेंगे पढ़ाई, एआईसीटीई से मिली अनुमति डॉ त्रिपुरा झा ने द्वितीय सत्र के क्रियाकलाप, सैद्धांतिक पाठ्यक्रमों तथा वृत्तिक क्षमता के विकास पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह कार्यशाला नवाचारी शिक्षण विधियों के साथ एवं शिक्षण शास्त्रीय कौशलों के विकास में किस प्रकार सहायता करेगी। द्वितीय सत्र में महिला कॉलेज चाईबासा की रिसोर्स पर्सन अर्पित सुमन टोपनो ने पाठ्यचर्या का संदर्भीकरण विषय पर पावर प्वाइंट के माध्यम से व्याख्यान दिया. कार्यशाला में रिसोर्स पर्सन के रूप में डॉ सुचेता भुइयां, डॉ मोनिका उप्पल, नेहा सुरुचि मिंज, अजीत दुबे, सोनी कुमारी, अंजलि कुमारी, प्रभाकर राव एवं उपेंद्र शर्मा उपस्थित थे. [wpse_comments_template]