Ranchi: झारखंड राज्य गठन से लेकर अबतक प्रदेशभर में कुल 6,657 सड़कें बनी हैं. जिनकी लंबाई 24 हजार 711 किलोमीटर है. पथ निर्माण विभाग का बजट 150 करोड़ से बढ़कर 5,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना और राज्य संपोषित योजना के तहत सड़कों का निर्माण कार्य संभव हो पाया है. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 2004 से अबतक 3,500 से ज्यादा सड़कों की स्वीकृति मिली है. जिसमें से 948 सड़कों का निर्माण कार्य शुरू तक नहीं हुआ है. वहीं 3,378 किलोमीटर सड़क का निर्माण अधूरा ही छोड़ दिया गया है.
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कैसे तय होगी जिम्मेदारी ?
स्वीकृत सड़क क्यों नहीं बन रही है? इस सवाल का जवाब पथ निर्माण विभाग के किसी भी जिम्मेवार के पास नहीं है. दूसरी तरफ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बड़ी संख्या में योजनाएं अधूरी रह गई हैं. इनमें से कई सड़कों का काम आधे में ही बंद कर दिया गया. और इनमें कई सड़कों का निर्माण दूसरी योजनाओं के तहत पूरा कराया गया. राज्य में PMGSY के तहत दो चरण, पीएमजीएसवाई-1 और पीएमजीएसवाई-2 से काम हुए हैं. 250 की आबादी वाले गांव तक भी सड़क पहुंची है. ग्रामीण सड़कों का घनत्व 887.19 किलोमीटर प्रति हजार वर्ग किलोमीटर तक पहुंच गया है. इतने के बाद भी बड़ी संख्या में गांवों को सड़क से जोड़ने का काम बाकी है.
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