NewDelhi : हरिद्वार में कुंभ मेला का शुभारंभ आज यानी एक अप्रैल से हो गया है. कुंभ मेला 30 अप्रैल तक चलेगा. जानकारी के अनुसार कुंभ मेले में जाने के लिए श्रद्धालुओं को 72 घंटा पूर्व कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी. बता दें कि कुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक कार्यक्रम माना जाता है.
कुंभ में इस बार चार शाही स्नान होंगे और इसमें 13 अखाड़े शामिल होंगे. इन अखाड़ों से झांकी निकाली जाएयेगी. झांकी में सबसे आगे नागा बाबा होंगे और महंत, मंडलेश्वर, महामंडलेश्वर और आचार्य महामंडलेश्वर नागा बाबाओं का अनुसरण करेंगे.
भारत में हर 12वें वर्ष हरिद्वार, प्रयागराज, उज्जैन और नासिक में बारी-बारी कुंभ मेले काआयोजन किया जाता है. लेकिन कुंभ मेले के इतिहास में पहली बार हरिद्वार में यह 12 साल की बजाय 11वें साल में आयोजित हुआ है.
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इस बार 11वें साल में कुंभ का आयोजन
दरअसल अमृत योग का निर्माण काल गणना के अनुसार होता है. जब कुंभ राशि का गुरु आर्य के सूर्य में परिवर्तित होता है. यानी गुरु, कुंभ राशि में नहीं होंगे. इसलिए इस बार 11वें साल में कुंभ का आयोजन हो रहा है. 83 वर्षों की अवधि के बाद, इस वर्ष यह अवसर आ रहा है. जान लें कि वर्ष 1760, 1885 और 1938 में इसी तरह का संयोग हुआ था. इस वर्ष भी कुंभ मेले के दौरान पवित्र गंगा में डुबकी लगाने के लिए लाखों भक्त जमा होंगे. लेकिन महामारी से निपटने के लिए सरकार ने सख्त गाइडलाइंस भी जारी की हैं.
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शाही स्नान की तिथियां
सोमवती अमावस्या (शाही स्नान) – अप्रैल 12, 2021
बैसाखी (शाही स्नान) – अप्रैल 14, 2021
राम नवमी (स्नान) – अप्रैल 21, 2021
चैत्र पूर्णिमा (शाही स्नान) – अप्रैल 27, 2021
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