LagatarDesk: एक ब्रिटिश थिंक टैंक का अनुमान है कि भारत जो कि साल 2020 में छठे नंबर पर फिसल गया था, 2025 तक ब्रिटेन को पछाड़कर दोबारा 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जायेगा. यही नहीं, 2030 तक आते-आते यह दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जायेगा. गौरतलब है कि वर्ष 2019 में भारत ने ब्रिटेन को पीछे छोड़कर पांचवां स्थान हासिल कर लिया था, लेकिन कोरोना के असर से भारत की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गयी.
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2030 तक जापान को भी पीछे छोड़ देगा भारत
सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (CEBR) का मानना है कि 2028 तक अमेरिका को पीछे छोड़ कर चीन दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जायेगा. COVID-19 महामारी से उबरने में दोनों देशों के बीच की खाई के कारण पांच साल पहले ही चीन सबसे बड़ी प्रमुख अर्थव्यवस्था बनने के लिए अमेरिका से आगे निकल जयेगा. अनुमान के अनुसार अर्थव्यवस्था के आकार में भारत 2025 में ब्रिटेन, ,2027 में जर्मनी और 2030 में जापान से आगे निकल जायेगा.
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2027 में जर्मनी से आगे निकल जायेंगे हम
CEBR ने शनिवार को एक रिपोर्ट में कहा कि भारत 2019 में ब्रिटेन से आगे निकल गया था, लेकिन कोविड के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़े असर के कारण 2020 में ब्रिटेन एक बार फिर से भारत से आगे निकल गया. CEBR का मानना है कि 2024-25 तक भारत फिर से संभल सकता है. इस के अनुसार भारत में 2021 में 9 प्रतिशत और 2022 में 7 फीसदी की वृद्धि होगी. माना जा रहा है कि भारत 2025 में ब्रिटेन को, 2027 में जर्मनी को और 2030 में जापान को पीछे छोड़ सकता है.
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कोरोना ने अर्थव्यवस्था पर बुरा असर डाला
भारत की अर्थव्यवस्था कोरोना संकट के कारण अपनी गति को खोती जा रही है. 2019 में भारत की अर्थव्यवस्था पिछले 10 साल की तुलना में न्यूनतम स्तर 4.2 फीसदी पर पहुंच गयी है.
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कृषि आर्थिक सुधार का सबसे अहम सेक्टर
थिंक टैंक का कहना है कि कोविड-19 भारत के लिए आर्थिक तबाही थी. दिसंबर के मध्य तक 1 लाख 40 हजार मौतें दर्ज की हैं. भारत के आर्थिक सुधार का सबसे महत्वपूर्ण सेक्टर कृषि क्षेत्र को माना जा रहा है. 2016 में भारत में Demonetization और कृषि के क्षेत्र में सुधार के लिए किये गये प्रयास देश की अर्थव्यवस्था के लिए लाभदायक साबित हो सकते हैं.
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