LagatarDesk : यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) और एरियन स्पेस (Arianspace) ने भारत के जीसैट-24 (GSAT-24) सैटेलाइट को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया. इसकी लॉन्चिंग 22 जून को फ्रांस के फ्रेंच गुएना स्थित कौरोउ स्थित एरियल स्पेस सेंटर से की गयी. सैटेलाइट और उसके सभी उपकरणों को 18 मई को ग्लोबमास्टर सी-17 के जरिए कौरोउ भेजा गया था. जीसैट-24 सैटेलाइट 15 सालों के लिए काम करेगा. (पढ़े, किरीट सोमैया ने उद्धव की पत्नी रश्मि ठाकरे की रायगढ़ प्रॉपर्टी की जांच ED से कराने की गुहार लगाई, बॉम्बे हाईकोर्ट ने याचिका स्वीकार की)
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टाटा कंपनी को लीज पर दी गयी सैटेलाइट
बता दें कि जीसैट-24 एक 24-केयू बैंड वाला संचार उपग्रह है, जिसका वजन 4180 किलोग्राम है. यह ‘डीटीएच’ संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए अखिल भारतीय कवरेज मुहैया करायेगा. जीसैट-24 सैटेलाइट लॉन्च करने का फायदा सीधे तौर पर टाटा कंपनी को होगी. क्योंकि इसरो की कॉमर्शियल ब्रांच न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) ने जीसैट-24 उपग्रह को डीटीएच सर्विस प्रोवाइडर टाटा प्ले (TATA Play) को लीज पर दे दी है. ताकि टाटा प्ले सैटेलाइट की मदद से पूरे भारत में बेहतर और सुचारू रूप से चलने वाली डीटीएच सेवाएं दे पायेगा.
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जीसैट सीरीज का 11वां सैटेलाइट है जीसैट-24
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एरियनस्पेस से अबतक 25 भारतीय सैटेलाइट लॉन्च हुए हैं. एरियनस्पेस ने 11 जीसेट-24 सैटेलाइट्स अब तक लॉन्च किये हैं. जीसैट सीरीज का यह 11वां सैटेलाइट है. ये संचार के काम में आता है. इसरो और एरियनस्पेस का संबंध 1981 से लगातार बना हुआ है. इसकी शुरुआत Apple सैटेलाइट की लॉन्चिंग से हुई थी.
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