Jamshesdpur (Mujtaba Haider Rizvi): खरकाई और स्वर्णरेखा नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. इन नदियों के किनारे की बस्तियों के 150 से अधिक घर डूब गए हैं. डीसी विजया जाधव ने शनिवार को दोपहर बाद शहर के बाढ़ ग्रस्त इलाकों का निरीक्षण किया. उन्होंने कदमा के शास्त्री नगर, बागबेड़ा, नया बस्ती, भुइयांडीह, मानगो के राम नगर, श्याम नगर आदि इलाकों में जाकर बाढ़ ग्रस्त इलाकों का निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों को राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए.
खरकाई के किनारे की बस्तियों में पानी और बढ़ने की आशंका
खरकाई नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. इसके चलते खरकाई के किनारे बागबेड़ा, जुगसलाई और शास्त्री नगर की बस्तियों में पानी और बढ़ने की आशंका है. इसे देखते हुए डीसी ने जमशेदपुर अंचल अधिकारी, प्रखंड विकास अधिकारी, जुगसलाई नगर परिषद व जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के विशेष अधिकारियों और मानगो नगर निगम के कार्यपालक अधिकारी को अपने अपने इलाके में नदी के किनारे रहने वालों को ऊंचे स्थान पर भेजने का काम तेज करने को कहा है.
शास्त्री नगर में डूब गई हैं कई झुग्गी झोपड़ियां
शास्त्री नगर में नदी के पानी की चपेट में कई झुग्गी झोपड़ी आ गई हैं. झुग्गी झोपड़ी में बसने वालों ने ऊंचे स्थानों पर शरण ले रखी है. डीसी ने निर्देश दिया है कि जेएनएसी के अधिकारी इन लोगों के खाने-पीने का इंतजाम करें.
खतरे के निशान से ऊपर खरकाई व स्वर्णरेखा नदी
खरकाई नदी का खतरे का जलस्तर 129 मीटर है. खरकाई नदी अभी 134 मीटर के जल स्तर पर बह रही है. अधिकारियों का कहना है कि खरकाई नदी में अभी और पानी बढ़ेगा. खरकाई नदी का बढ़ता जलस्तर नदी के किनारे रहने वालों के लिए खतरे की घंटी है. स्वर्णरेखा नदी भी खतरे के ऊपर बह रही है. स्वर्णरेखा नदी का खतरे का निशान 121.50 मीटर है. यह नदी 122.56 मीटर के पास बह रही है.