Jamshedpur (Mujtaba Haider Rizvi) : टाटा मोटर्स में 24 सितंबर, 26 सितंबर और 27 सितंबर को हुए ब्लॉक क्लोजर के एलान का विरोध होने लगा है. टेल्को वर्कर्स यूनियन ने आरोप लगाया है कि टाटा मोटर्स कथित रूप से फर्जी यूनियन टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के पदाधिकारियों से सांठगांठ कर लगातार ब्लॉक क्लोजर ले रही है. इससे कर्मचारियों का नुकसान हो रहा है. उनका वेतन कट रहा है. इस संबंध में टेल्को वर्कर्स यूनियन के सदस्य हर्षवर्धन ने बुधवार को फैक्ट्री इंस्पेक्टर से मामले की शिकायत की. फैक्ट्री इंस्पेक्टर ने मामले की जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
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2017 के बाद के सारे समझौते अवैध
टेल्को वर्कर्स यूनियन के सदस्य हर्षवर्धन का कहना है कि कोर्ट ने टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन को नहीं माना है. कोर्ट के आदेश के अनुसार स्ट्रक्चर में चेंज नहीं हो सकता. इसलिए साल 2017 के बाद अस्तित्व में आई टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन अवैध है. हर्षवर्धन ने फैक्ट्री इंस्पेक्टर को बताया कि इस तरह कोर्ट के आदेश के अनुसार ब्लॉक क्लोजर को लेकर टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के साथ कंपनी का समझौता भी गलत है. इसलिए टाटा मोटर्स ब्लॉक क्लोजर नहीं ले सकता. गौरतलब है कि टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन और टाटा मोटर्स के बीच 31 जुलाई साल 2017 में जो समझौता हुआ था, उसी के अनुसार कंपनी ब्लॉक क्लोजर ले रही है.