Jamtara : समाहरणालय में 26 जुलाई को डीसी फैज अक अहमद मुमताज की अध्यक्षता में बैठक हुई. बैठक में मानसून की कम बारिश होने के कारण सुखाड़ की स्थिति पर चर्चा की गई. 15 मई से 15 अगस्त के बीच बुआई का मौसम होता है. बारिश कम होने से जिले में औसत से बहुत कम खरीफ फसलों की बुआई हुई है. बैठक में कहा गया कि स्थिति को देखते हुए किसानों को वैकल्पिक फसल तैयार रखना चाहिए. कृषक गोष्ठी, नुक्कड़ नाटक एवं कृषि पाठशाला के माध्यम से किसानों को कृषि परामर्श देने का निर्णय लिया गया. बैठक में कम समय में तैयार होने वाले धान बीजों की खेतों में बुआई करने पर चर्चा चली. कम समय में तैयार होने वाले धान की नस्लें आईआर-64 एवं सहभागी बीज हैं. कृषि पदाधिकारी को एफपीओ एवं निजी विक्रेताओं के साथ बैठक करने का निर्देश दिया गया. झारखंड राज्य फसल राहत योजना के क्रियान्वयन के लिए जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी समेत अन्य संबंधित विभागों को निर्देश दिया गया. डीसी ने संबंधित विभागों को समन्वय स्थापित कर कार्य करने का निर्देश दिया. मौके पर डीआरडीए निदेशक जावेद अनवर इदरीसी, जिला सहकारिता पदाधिकारी चरणजीत खलको, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी पंकज कुमार तिवारी, डीआईओ अभय परासर, एलडीएम आरके बैठा, प्रभारी जिला कृषि पदाधिकारी समसुदीन अंसारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी दीपांकर शीट, समन्वयक सलिल कुमार, प्रणय कुमार मौजूद थे. यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=368718&action=edit">यह
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जामताड़ा : कम समय में तैयार होने वाले धान की बुआई के लिए किसानों को करें प्रेरित- डीसी
