Jamtara: जिले के नाला, मिहिजाम, बिन्दापाथर व करमाटांड़ थाना क्षेत्र में हो रहे अवैध कोयला कारोबार को लेकर ट्वीटर वार छिड़ा है. अवैध कोयला कारोबार और स्थानीय पुलिस की भूमिका की जांच की मांग को लेकर पुलिस महानिदेशक, झारखंड पुलिस व जामताड़ा पुलिस को लगातार ट्वीट किया जा रहा है.
इस संबंध में पिछले 22 घंटे के अंदर तीन लोगों ने मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक को ट्वीट कर यहां संचालित अवैध कोयला कारोबार की रोकथाम की मांग की है. बावजूद इसके अब तक अवैध कोयला कारोबारियों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज नहीं होना कई सवालों को जन्म देता है.
झारखंड पुलिस ने अवैध कोयला कारोबार के संचालन से संबंधित ट्वीट पर संज्ञान लिया है. पुलिस मुख्यालय ने संथाल परगना प्रक्षेत्र के डीआईजी दुमका को मामले का संज्ञान लेकर आवश्यक कार्रवायी का निर्देश दिया है. गौरतलब है कि 08 दिसंबर 2020 को संथाल परगना प्रक्षेत्र के डीआईजी सुदर्शन मंडल ने कास्ता, पलास्थली, सुल्तानपुर व अन्य इलाके में अवैध कोयला उत्खनन क्षेत्र का जांच किया था. इसके बाद कुछ दिनों तक अवैध कोयला तस्करी का कारोबार थम गया था.
बता दें कि नाला थाना क्षेत्र के कास्ता, सुल्तानपुर, पलास्थली समेत अन्य बंद खदानों से कोयला का अवैध उत्खनन होता है. कई बार चाल धंसने से कोयला उत्खनन में लगे मजदूरों की मौत भी हो जाती है. लेकिन इस घटना को भी मैनेज कर लिया जाता है. इस कारण अब तक चाल धंसने से हुई मौत का एक भी एफआईआर दर्ज नहीं हो सका है.
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