नौ घायलों में चार लोगों ने तोड़ा दम, पांच रांची में इलाजरत
Chouparan : हजारीबाग स्थित चौपारण थाना क्षेत्र के कसीयाडीह में गुरुवार को जब एक साथ एक ही परिवार के तीन सदस्यों की अर्थी उठी, तो पूरा गांव रो पड़ा. हर आंख भर आई. हर दिल रोया. किसी के घर में न चूल्हे जले और न गले से निवाला उतरा. हर शख्स की जुबान खामोश थीं, तो हर कोई भगवान से एक ही प्रार्थना कर रहा था कि ऐसा मंजर फिर कभी नहीं दिखाएं. बता दें कि बुधवार की देर शाम चौपारण प्रखंड के चयकला पंचायत के कसियाडीह निवासी सह प्रसिद्ध व्यासायी विजय साहू के घर गम का पहाड़ टूट पड़ा. दरअसल उनका पूरा परिवार महुआटांड़ कोडरमा में आयोजित गायत्री यज्ञ में शामिल होने के लिए बोलेरो से जा रहा था. उसी बीच जवाहर घाटी स्थित उरवां में जामुखांडी के पास ट्रेलर की टक्कर से वाहन दुघर्टनाग्रस्त हो गया. इसमें बोलरो में सवार नौ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इसमें विजय साहू के पिता चंद्रभूषण नायक (75) ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया था. अन्य को नजदीक के आस्था हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. वहां से प्राथमिक उपचार के बाद सभी को रेफर कर दिया गया. उसके बाद सभी को हजारीबाग के आरोग्यम अस्पताल में भर्ती किया गया. वहां विजय की मां निर्गुण देवी और ग्राम चक्रसार निवासी मसोमात चंचला (82) (गणेशपुर वाली चाची) पति स्व. परमेश्वर सिंह ने अंतिम सांस ली. वहां से फिर अन्य घायलों को रांची स्थित पारस हॉस्पिटल में भर्ती किया गया. वहां विजय साहू का लगभग पांच वर्षीय इकलौता पुत्र देवराज ने भी दम तोड़ दिया. वहीं घायल विजय साहू की पत्नी सोनम देवी, भाभी रीता देवी, भतीजा शिवराज, बहनोई रामचंद्र साव और भांजी उषा कुमारी (22) का फिलहाल इलाज चल रहा है. इसमें विजय साहू की पत्नी सोनम देवी और बहनोई रामचंद्र साव की हालत नाजुक बताई जा रही है.

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एक ही चिता पर दंपती का हुआ अंतिम संस्कार
एक ही चिता पर पति-पत्नी का अंतिम संस्कार किया गया. वहीं उनके पोते पांच वर्षीय देवराज को मिट्टी दे दी गई. इसके अलावा मसोमात चंचला (82) (गणेशपुर वाली चाची) का भी अंतिम संस्कार चक्रसार श्मशान घाट में ही किया गया.
शोक संवेदना प्रकट करने वालों का लगा तांता..
घटना की सूचना मिलते ही घर पर शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का तांता लगा रहा. विधायक उमाशंकर अकेला, चौपारण-1 जिप सदस्य राकेश रंजन, तिसासे अध्यक्ष अरुण साहू, अरविन्द सिन्हा, सुमन सिंह, डब्लू अंसारी सहित सैंकड़ों लोग शामिल हुए और इस हृदय विदारक घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया. अंतिम यात्रा में पूर्व विधायक मनोज यादव, चौपारण-2 जिप सदस्य रवि शंकर अकेला, पूर्व मुखिया शौकत खान, विनोद कुमार सिंह, निजी शिक्षक शिवशंकर प्रसाद सहित सैंकड़ों लोग शामिल हुए. वहीं कांग्रेस नेता बीरबल साहू और विकास गुप्ता सहित कई लोगों ने शवों को पोस्टमार्टम कराने में सहयोग किया.
2004 में भी हुई थी हृदयविदारक घटना
ग्रामीणों ने बताया कि इसी तरह 2004 में बाबा बाल योगेश्वर के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रामगढ़ जाने के क्रम में मांडू के पास एक सड़क दुघर्टना हुई थी. उसमें भी लगभग एक दर्जन लोगों की मौत हो गई थी. उसमें ग्राम चयकला के सात लोग शामिल थे. जिसमें एक परिवार से दो लोगों की मौत हुई थी. शेष अन्य परिवार से थे. उस समय भी एक ही श्मशान घाट पर सभी का अंतिम संस्कार किया गया था.
ज्ञानोदय पब्लिक स्कूल में शोक सभा
बहुत ही मन्नत के बाद विजय साहू का इकलौता पुत्र देवराज पैदा हुआ था. तभी से विजय का सारा परिवार ईश्वर के प्रति समर्पित भाव से लगा रहता था. विजय अपने जिगर के टुकड़े देवराज को अपने आंखों से दूर नहीं रखना चाहते थे. उसी के कारण चौपारण में अपने नव निर्मित मकान में रहकर बेटा को पढ़ाने के लिए बजरंग टोला स्थित ज्ञानोदय पब्लिक स्कूल में नामांकन कराया था. वहीं स्कूल के डायरेक्टर मंटू यादव ने भी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए बताया कि बच्चा बहुत अच्छा था. इसलिए घटना पर शोक व्यक्त करते हुए स्कूल में शोक सभा कर एक दिन के लिए स्कूल बंद कर दिया गया.
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