दादा को मिला वृद्धा पेंशन
Khunti: कार्यपालक अध्यक्ष, झालसा, रांची के अपरेश कुमार सिन्हा रविवार को तमाड़ पहुंचे. सिन्हा ने कोरोना काल में माता-पिता खोकर अनाथ हुए सलगाडीह की तीनों बहनों से मिले और अंतरिम मुआवजा प्रदान किया. बता दें कि तमाड़ प्रखंड के सलगाडीह के लोहराटोली में कोरोना काल में तीनों बच्चियों के माता-पिता की मौत हो गई थी. घर पर अभिभावक के रूप में सिर्फ 67 वर्षीय बूढ़े दादा गुरुवा लोहरा बचे हैं. इस बच्चियों के नाम पूजा कुमारी, निशा कुमीर और खुशबु कुमारी हैं. इस घटना की जानकारी मिलने पर अनाथ हो गई लड़कियों के लिए झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा लांच किये गये प्रोजेक्ट शिशु के तहत न्यायाधीश ने स्वयं तीनो बच्चियों के घर जाकर उनसे मुलाकात किये. साथ ही उन्हें इस प्रोजेक्ट के तहत दी जाने वाली लाभों के बारे में जानकारी दिये.
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न्यायाधीश ने तत्काल अंतरिम सहायता के रूप में परिवार को 10 हजार रूपये का चेक दिया. साथ ही उनके दादा गुरुवा लोहरा को वृद्धा पेंशन के दस्तावेज भी सौंपे. साथ ही दो बच्चियों का नामांकन प्रखंड स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में कराने की अनुशंसा की. इस दौरान झालसा द्वारा पीड़ित परिवार को आवयश्क घरेलू सामग्री और पठन-पाठन के लिए पुस्तकें भी प्रदान की गयी.
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सभी का हुआ मेडिकल चेक अप
इस दौरान पीएचसी तमाड़ के चिकित्सक द्वारा उनके परिवार के सभी सदस्यों का मेडिकल चेक अप कराया गया. न्यायाधीश द्वारा झालसा, डालसा, रांची एवं जिला प्रशासन को यह निर्देश दिया गया कि बच्चियों के व्यस्क होने तक उनके सर्वांगीन विकास के लिए उठाये जा रहे कदमों की जानकारी समय-समय पर उन्हें दी जानी चाहिए.
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