Ranchi: धनबाद के जिला अपर न्यायाधीश उत्तम आनन्द मौत मामले में झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान अदालत ने सीबीआई से पूछा कि जांच में इतना समय क्यों लग रहा है. जिस पर सीबीआई की ओर से अदालत को बताया गया कि अब तक इस मामले में 200 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की गई है. सीबीआई को यह उम्मीद है कि काफी सारे नए तथ्य सामने आएंगे. जिसके बाद झारखंड हाईकोर्ट ने मौखिक टिप्पणी करते हुए कहा कि अदालत को सीबीआई पर संदेह नहीं है. लेकिन इस मामले की जांच में हो रही देरी की वजह से अपराधियों को अपना बचाव करने का मौका मिल जाएगा. अदालत ने सीबीआई को इस मामले की जल्द जांच पूरी करने का निर्देश देते हुए आगे की सुनवाई के लिए 14 जनवरी की तिथि निर्धारित की है.
इसे भी पढ़ें –कोरोना वायरस जी! प्लीज थोड़ा इस हिसाब से अपने आपको एडजस्ट कर लीजिए!
मॉर्निंग वॉक के दौरान ऑटो ने मारी थी टक्कर
पिछले साल 28 जुलाई को मॉर्निंग वॉक करते समय जज उत्तम आनंद को एक ऑटो ने टक्कर मार दी थी. जिसमें उनकी मौत हो गयी थी. सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है. इस मामले में सीबीआई ने 20 अक्टूबर को चार्जशीट दाखिल की थी. सीबीआई ने आईपीसी की धारा 302, 201 और 34 के तहत चार्जशीट दाखिल की थी.
धनबाद सिविल कोर्ट के जज उत्तम आनंद की मौत मामले की जांच सीबीआई की दिल्ली स्पेशल क्राइम ब्रांच-1 कर रही है. जज मौत मामले में जांच के लिए सीबीआई ने दिल्ली स्पेशल क्राइम ब्रांच-1 के सीनियर एसपी जगरूप एस सिन्हा के नेतृत्व में 20 अफसरों की स्पेशल टीम बनायी है. जज की पत्नी कृति सिन्हा की शिकायत पर धनबाद थाना में दर्ज केस (300/21) को आधार बनाया गया है. बता दें कि झारखंड सरकार ने बीते एक अगस्त को इस मामले को लेकर CBI जांच की सिफारिश की थी. इसी अनुशंसा के आधार पर सीबीआई बीते चार अगस्त ने केस दर्ज कर ली थी.
इसे भी पढ़ें – आयुक्त ने रांची डीसी को चेताया, कार्रवाई करें, नहीं तो सरकार को भेजेंगे रिपोर्ट
[wpse_comments_template]