Search

कार्तिक उरांव रात्रि पाठशाला : कार्यशाला में नयी शिक्षण तकनीक से अवगत हुए शिक्षक और बच्चे

Ranchi :  कार्तिक उऱांव रात्रि पाठशाला के शिक्षक और बच्चे रविवार को शिक्षण विधि की नयी तकनीक से अवगत हुए. हेहल बगीचा टोली स्थित आदिवासी विकास परिषद के कार्यालय हॉल में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ की श्रीमती मनीषा धवन और श्रीमती अनु ने उन्हें नयी शिक्षण तकनीक के हुनर से अवगत कराया. इस दौरान इन शिक्षिकाओं ने प्रयोग के तौर पर कुछ विधियों का प्रदर्शन कर बताया कि आधुनिक तकनीक से बच्चों की समझ शक्ति किस तरह बढ़ जाती है और वे ज्यादा से ज्यादा चीजें कम समय में सीख जाते हैं. कार्तिक उरांव रात्रि पाठशाला के शिक्षक और बच्चों ने भी पूरी तनमयता और उत्साह के साथ इसमें हिस्सा लिया. इस दौरान कार्तिक उरांव रात्रि पाठशाला के संरक्षक डा. अरुण उरांव ( सेवा निवृत आईपीएस) ने कार्यशाला ने भाग लेने वाले अतिथियों का परिचय कराया और कार्यशाला में हिस्सा लेने वाले शिक्षक और बच्चों का उत्सहवर्धन किया. इसे भी पढ़ें -लखीमपुर">https://lagatar.in/priyanka-said-on-lakhimpur-violence-we-will-keep-fighting-till-the-minister-of-state-for-home-resigns/">लखीमपुर

हिंसा पर बोलीं प्रियंका- हम तबतक लड़ते रहेंगे जबतक गृह राज्यमंत्री इस्तीफा नहीं देते

कोरोना काल में भी जारी है बच्चों की पढ़ाई

https://lagatar.in/wp-content/uploads/2021/10/artic-1.jpg"

alt="" width="600" height="400" /> कार्यशाला में पत्रकार तपन गोराई, दिल्ली विश्व विद्यालय की व्याख्याता आयशा गौतम उरांव तथा आदिवासी विकास परिषद से जुड़े डा. बिरसा उरांव ने भी अपने विचार रखे और बताया कि किस तरह बच्चों का रुझान शिक्षा ग्रहण की  ओर ज्यादा से ज्यादा बढ़ाया जा सकता है. वक्ताओं ने कार्तिक उरांव रात्रि पाठशाला के मध्यम से डा. अरुण उरांव द्वारा अधिक से अधिक बच्चों को शिक्षित करने के प्रयास की सराहना की गयी और इस दिशा में मिल रही सफलता पर भी चर्चा की. कार्यशाला के दौरान उपस्थित शिक्षकों ने बच्चों के प्रश्नों के उत्तर देकर उनकी जिज्ञासा शांत की. कार्यशाला में बच्चों के अभिभावक भी उपस्थित थे. मालूम हो कि कोरोना काल में कार्तिक उरांव रात्रि पाठशाला बच्चों की पढ़ाई जारी रखने में काफी मददगार साबित हो रही है. [wpse_comments_template]

Comments

Leave a Comment

Follow us on WhatsApp