Kathmandu : नेपाल की राजनीति में घमासान मचा हुआ है. खबर है कि मंगलवार को केंद्रीय समिति की बैठक में कम्युनिस्ट पार्टी के पुष्पकमल दहल ‘प्रचंड’ धड़े ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की पार्टी के चेयरमैन पद से छुट्टी कर दी. केंद्रीय समिति की बैठक में प्रचंड के धड़े ने पार्टी के सीनियर नेता माधव कुमार नेपाल को दूसरे चेयरमैन के रूप में एकमत से मान्यता दे दी.
पार्टी के पहले चेयरमैन प्रचंड बने रहेंगे. समिति की सदस्य रेखा शर्मा ने बताया कि दोनों नेता बारी-बारी से पार्टी की बैठकों की अध्यक्षता करेंगे. उन्होंने काठमांडू पोस्ट को जानकारी दी है कि ओली पार्टी के खिलाफ गये, इसलिए चेयरमैन पद से हटा दिये गये.
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ओली vs 1199 सदस्यीय नयी समिति का गठन किया
जान लें कि इससे कुछ ही घंटे पूर्व केपी शर्मा ओली ने टूट की ओर बढ़ रही सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) पर अपनी पकड़ मजबूत करने को लेकर मंगलवार को पार्टी की आम सभा के आयोजन के लिए 1199 सदस्यीय नयी समिति का गठन किया था.
नवगठित समिति में सत्तारूढ़ पार्टी की मौजूदा 446 सदस्यीय केंद्रीय समिति में 556 और सदस्यों को जोड़ा गया है. केंद्रीय समिति के सदस्यों को संबोधित करते हुए ओली ने कहा कि अगर कुछ नेता छोड़कर चले भी जाते हैं तो इससे पार्टी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. बैठक में उन्होंने काठमांडू में अगले वर्ष 18-23 नवंबर तक आम सभा के आयोजन का प्रस्ताव रखा.
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ओली के कहने पर भंग संसद की गयी.
थोड़ा पीछे जायें तो ओली ने अपने प्रतिद्वंद्वियों को चौंकाते हुए रविवार को राष्ट्रपति से संसद भंग करने की सिफारिश की थी. इस पर राष्ट्रपति ने मुहर भी लगा दी. ओली और पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ के बीच सत्ता के लिए लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष के बीच यह कदम उठाया गया. माई रिपब्लिका की रिपोर्ट के अनुसार ओली ने केंद्रीय समिति में अपना बहुमत प्राप्त करने के लिए यह कदम उठाया है.