: वन विभाग ने अवैध घरों को जेसीबी से तोड़ा [caption id="attachment_966689" align="aligncenter" width="600"]
alt="" width="600" height="400" /> निर्माणाधीन अस्पताल के घटिया कार्यों को देखते शंभू हाजरा व अन्य.[/caption] उल्लेखनीय है कि जब कार्यस्थल का जायजा लिया गया तो कार्य स्थल पर कार्य के प्राक्कलन संबंधित कोई बोर्ड नहीं लगा था. कार्य में लगे पुरुष मजदूरों को 350 व महिला मजदूरों को मात्र 250 रुपये मजदूरी देने की बात मजदूरों ने बतायी. फर्श की ढलाई मिट्टी को रोलिंग कर तथा उसपर ईंट सोलिंग के पश्चात 4 इंच पीसीसी ढलाई के जगह बिना सोलिंग के 2 इंच पीसीसी ढलाई किया जा रहा था. अस्पताल के पास एक पुराना कुआं को भरकर उसी में पिलर खड़ा किया गया था. कुआं में खड़ा एक पीलर धंस गया था. उसे किसी तरह ठीक किया गया है. अस्पताल में कई जगह पुराने व कमजोर ईंट जो पास के पुराने भवन को तोड़ कर निकाला गया था, उसे लगाया गया है. इस भवन में इस्तेमाल स्टील पाइप की गुणवता व थिकनेस पर भी सवाल उठ रहे हैं. कार्य के दौरान सुरक्षा नियमों व उपकरणों का इस्तेमाल नहीं हो रहा है. इस कार्य की देखरेख हेतु नियुक्त अभियंता कभी भी कार्यस्थल पर नहीं आते हैं. इसे भी पढ़ें : Jamshedpur">https://lagatar.in/jamshedpur-kitadihs-rohit-murder-case-exposed-five-arrested/">Jamshedpur
: कीताडीह के रोहित हत्याकांड का खुलासा, पांच गिरफ्तार [caption id="attachment_966690" align="aligncenter" width="600"]
alt="" width="600" height="400" /> पुराना ईट का इस्तेमाल.[/caption] पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष शंभू हाजरा ने कहा कि लंबी लड़ाई व आंदोलन के बाद बड़ाजामदा में यह अस्पताल बन रहा है. इसमें किसी भी तरह का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. उन्होंने कहा कि अब इस काम को रोकने को कहा गया है. उपायुक्त से विशेष जांच कमिटी गठित कर जांच कराने की मांग की जायेगी. जांच के बाद ही कार्य प्रारम्भ होने दिया जाएगा, क्योंकि लौहांचल व सारंडा क्षेत्र से अरबों रुपये डीएमएफटी फंड व सरकार को राजस्व जा रहा है. ऐसे में इस क्षेत्र की जनता व मरीज बेहतर अस्पताल व चिकित्सा सुविधा पाने का हकदार हैं. सुपरवाइजर आशीष कुमार एवं आदित्य कुमार ने बताया कि यह काम रांची के गौतम कंस्ट्रक्शन द्वारा किया जा रहा है. इस साइट पर कोई इंजीनियर अथवा अधिकारी कार्य की देखरेख हेतु नहीं आते हैं. कार्यस्थल पर कार्य संबंधित कोई बोर्ड नहीं लगाया गया है. इसे भी पढ़ें : Ghatshila">https://lagatar.in/ghatshila-geeta-reached-to-support-babulal/">Ghatshila
: बाबूलाल को समर्थन देने पहुंची गीता [wpse_comments_template]