Kiriburu (Shailesh Singh) : सेल की किरीबुरु, मेघाहातुबुरु, गूवा एवं चिड़िया प्रबंधन वर्तमान में जारी आइटीआई आदि की बहाली प्रक्रिया में शामिल सारंडा के शत फीसदी बेरोजगारों को नौकरी देने का कार्य करे. अगर ऐसा नहीं होता है तो बड़ा आंदोलन खदान से प्रभावित सारंडा के गांवों के बेरोजगार व ग्रामीण सेल प्रबंधन के खिलाफ प्रारम्भ करेंगे. उक्त बातें सारंडा पीढ़ के मानकी लागुड़ा देवगम एवं छोटानागरा पंचायत की मुखिया मुन्नी देवगम ने कही. लागुड़ा देवगम इस मामले को लेकर किरीबुरु एवं मेघाहातुबुरु के सीजीएम से मुलाकात करने अन्य ग्रामीण बेरोजगारों के साथ आये थे. लेकिन दोनों अधिकारियों से वार्ता नहीं हो पायी.
इसे भी पढ़ें :जमशेदपुर : चिप्स खाने के दौरान स्कूल में बेहोश हुई छात्रा, अस्पताल में मौत
संबंधित विषय से हटकर अलग सवाल पूछे गये – लागुड़ा
लागुड़ा देवगम ने सेल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुये कहा कि 25 जून को सम्पन्न हुई लिखित परीक्षा में आइटीआई (इलेक्ट्रिकल) अभियर्थियों से संबंधित विषय से हटकर अलग सवाल पूछे गये थे. जबकि प्रबंधन को इलेक्ट्रिकल से संबंधित सवाल करना था. विषय से हटकर प्रायः सवाल किये गये थे. इसके अलावे प्रबंधन एक तरफ हिन्दी पखवाड़ा मना कर हिन्दी का प्रयोग अधिक करने की बात कहती है, वहीं दूसरी तरफ अंग्रेजी में परीक्षा लेती है. अगर ऐसा करना था तो प्रबंधन को सबसे पहले अपने प्रभावित गांवों में अंग्रेजी माध्यम की स्कूलें सीएसआर योजना से खोलनी चाहिए थी. लेकिन आज तक एक भी स्कूल वह नहीं खोल पायी. सारंडा के बेरोजगार विकट परिस्थिति में उच्च व तकनीकी शिक्षा प्राप्त किये हैं. उन्होंने कहा कि ऑन लाइन फार्म भरवाया गया. जबकि किरीबुरु में नियोजन कार्यालय प्रारम्भ से है. इस कार्यालय के माध्यम से अभ्यर्थियों को कॉल लेटर भेजकर परीक्षा में शामिल करना है. प्रबंधन ऐसा कर यहां के बेरोजगारों को नौकरी से वंचित करना चाह रही है. इस दौरान जोजोगुटू के मुंडा कानूराम देवगम, मान सिंह चाम्पिया, मंगल सिंह गुड़िया, रोया सोरेन आदि मौजूद थे.
इसे भी पढ़ें :मुसाबनी : मुखिया की पहल पर जल मीनार की हुई मरम्मत
Leave a Reply