: प्रेमिका से छिपकर मिलना प्रेमी को पड़ा महंगा, ग्रामीणों ने पकड़कर करा दी शादी [caption id="attachment_904015" align="aligncenter" width="600"]
alt="" width="600" height="400" /> सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करते बच्चे.[/caption]
अभिभावकों के चेहरे पर दिखी खुशी
स्टेला सेलबम ने कहा कि स्कूल का पहला दिन इन बच्चों के लिये यादगार, ऐतिहासिक व अहम है, क्योंकि आज से ही इनकी शिक्षा व्यवस्थित तरीके से प्रारंभ हो रही है. बच्चे कच्ची मिट्टी की तरह होते हैं. इन बच्चों को आज से विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकायें बेहतर तरीके से तराश कर अच्छा मूर्ति बनाने का कार्य करेंगे. आज हम बच्चों के अभिभावकों के चेहरे पर नयी चमक देख रहे हैं, क्योंकि वह अपने-अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिये सपने देखते हैं. केन्द्रीय विद्यालय जैसे सुरक्षित हाथों में नामांकन के साथ उनका सपना साकार होने की तरफ अग्रसर हो गया है. इसे भी पढ़ें : वरिष्ठ">https://lagatar.in/senior-bjp-mp-bhartruhari-mahtab-took-oath-as-protem-speaker/">वरिष्ठभाजपा सांसद भर्तृहरि महताब ने प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ ली [caption id="attachment_904016" align="aligncenter" width="600"]
alt="" width="600" height="400" /> उपस्थित अभिभावक व बच्चे.[/caption]
प्रवेशोत्सव गुरुकुल के 16 संस्कारों में से एक है
प्राचार्य डॉ. आशीष कुमार ने कहा कि प्रवेशोत्सव गुरुकुल के 16 संस्कारों में से एक है. आज आप बच्चों का केन्द्रीय विद्यालय में आगमन हुआ है. आप बच्चे यहां से पढ़कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना 2047 तक विकसित भारत बनाने के सपने को साकार करेंगे. भारत सरकार ने 2020 में नयी शिक्षा नीति लाई है. इसमें सबसे ज्यादा प्राइमरी शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है. बाल वाटिका, निपुण भारत से लेकर अन्य बदलाव किये गये हैं. केन्द्रीय विद्यालय पूरे विश्व का सबसे बड़ा चेन ऑफ स्कूल सिस्टम है. 1255 विद्यालय एक साथ, एक ही तरीके से चलते हैं. आज वर्ग एक के 96 तथा बाल वाटिका के 23 बच्चों को ओरियेंटेशन कार्यक्रम के माध्यम से शिक्षा, अनुशासन, स्कूल के नियम आदि सभी चीजों की जानकारी दी जायेगी. इसे भी पढ़ें : झारखंड">https://lagatar.in/cyber-crime-is-not-stopping-in-jharkhand-only-211-cases-out-of-3782-have-been-resolved/">झारखंडमें नहीं थम रहे साइबर क्राइम, 3782 में से सिर्फ 211 केस का निष्पादन