Kiriburu (Shailesh Singh) : जगन्नाथपुर थाना अन्तर्गत जैतगढ़ ओपी क्षेत्र के बालू माफिया अपनी साम्राज्य व अस्तित्व बचाने के लिये अपने राजनीतिक आकाओं की शरण में जाकर नत्मस्तक होने को मजबूर व विवश हैं. इसकी मुख्य वजह उनकी शोषण, भ्रष्ट व दबंग नीतियों से नाराज जैतगढ़ क्षेत्र के अवैध बालू घाट क्षेत्रों, जैसे मुन्डुई, गुमुरिया के ग्रामीण अब बालू माफियाओं से खिलाफ आर पार की लड़ाई लड़ने का मन बना चुके है. इसमें दर्जनों ट्रैक्टर वाहन मालिक भी शामिल हैं, जो बालू माफियाओं के शोषण का शिकार बन रहे हैं. इनसे प्रत्येक माह 12 से 18 हजार रुपये रंगदारी वसूली जाती है. इसका खुलासा लगातार न्यूज ने ट्रैक्टर मालिकों के सहयोग से पिछले दिनों किया था. माफियाओं द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से रंगदारी मांगी जा रही थी.

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हस्ताक्षर अभियान चला रहे ग्रामीण

यहां के ग्रामीण अब अवैध बालू की तस्करी की शिकायत प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, प्रतिपक्ष के नेता, आयकर विभाग, सीबीआई, खनन विभाग, उपायुक्त से लेकर तमाम संबंधित विभागों से करने वालें हैं. इसके लिये वह मामले से संबंधित आवेदन की ड्राफ्टिंग करा हस्ताक्षर अभियान चला रहे हैं. इसमें ग्रामीण बालू की अवैध कारोबार में शामिल लोगों के नामों व उनके सहयोगियों व संरक्षण दाताओं का उल्लेख करते हुए उनके अब तक की वैद्य व अवैध संपत्ति, फोन व व्हाट्सएप चैटिंग की निष्पक्ष जांच करने की मांग की जाएगी. सूत्रों अनुसार ग्रामीणों की इस कदम की जानकारी मिलने से घबराये बालू माफियाओं में मास्टर जी से लेकर गुप्ता जी तक से मुलाकात कर अपने एक राजनीतिक सहयोगी के पास मदद की आस लेकर पहुंचे. हालांकि वहां से उन्हें क्या आश्वासन मिला यह पता नहीं चल सका है, लेकिन उनके बीच बौखलाहट अवश्य बढ़ी है.
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जल स्तर में आई भारी गिरावट
कुछ ग्रामीणों ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि उक्त घाटों से बालू का निरंतर अवैध खनन होने से आसपास गांवों के जल स्तर में भारी गिरावट आ गई है. इससे गर्मी के मौसम में प्राकृतिक जल स्रोत सुखने लगे हैं. इससे उनका कृषि कार्य प्रभावित हुआ है. इसके अलावे दिन-रात बालू की तस्करी में शामिल वाहनों का परिचालन से उनका निंद प्रभावित होने के साथ-साथ आम जन-जीवन में खलल उत्पन्न होते रहा है.

ग्रामीणों ने चेकनाका बनाए जाने की मांग की
ग्रामीणों ने क्षेत्र में बालू खनन को रोकने में पहल करने के लिए कोल्हान डीआईजी अजय लिंडा एवं पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर के प्रति आभार जताया है. जैतगढ़ क्षेत्र के लोगों का कहना है कि उक्त बालू घाटों से तो वर्तमान में बालू की अवैध तस्करी बिल्कुल बंद है ,लेकिन सीमावर्ती ओडिशा स्थित बालू घाटों से फर्जी चलान पर अभी भी ओवर लोड बालू हाइवा से अन्यत्र भेजा जा रहा है. ऐसे वाहनों की नियमित जांच के लिए जैतगढ़ में विशेष चेकनाका का निर्माण किया जाए ताकि बालू तस्करी पर रोक लग सके.

