NewDelhi : किसान आंदोलन से जुड़े किसान एकता मोर्चा का फेसबुक एकाउंट रविवार शाम सोशल मीडिया से कुछ समय के लिए हटाये जाने और विवाद बढ़ने के बाद इसे दोबारा बहाल किये जाने की खबर है. जान लें कि केंद्र सरकार के तीन नये विवादित कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर किसानों द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है.
This is what they can do when people raise their voices…….
When they can’t beat us ideologically…….#DigitalKisan #SuppressingTheVoiceOfDissent pic.twitter.com/foK6k5zzM3
— Kisan Ekta Morcha (@Kisanektamorcha) December 20, 2020
बता दें कि किसान आंदोलन से जुड़ी आधिकारिक जानकारी देने के लिए किसान संगठनों ने किसान एकता मोर्चा के नाम से फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम आदि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपना एकाउंट बनाया है. यह भी जान लें कि किसान एकता मोर्चा नाम से बना एकाउंट के फेसबुक पर 100,000 से अधिक फॉलोअर्स बताये गये हैं.
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गलत सूचनाओं के विरोध में सही जानकारी इस माध्यम से मुहैया कराई जाती है
खबर है कि फेसबुक पेज ब्लॉक होने के बाद किसान एकता मोर्चा के ट्विटर हैंडल से कहा गया कि जब लोग आवाज उठाते हैं तो वे बस यही कर सकते हैं. कहा कि इस एकाउंट से किसान आंदोलन को लेकर इंटरनेट पर फैलाई जा रही अफवाहों पर सही पक्ष रखा जाता है.
मोर्चा के अनुसार नियमित तौर पर विरोध प्रदर्शन की खबरें, किसान यूनियन नेताओं के भाषणों के वीडियो और गलत सूचनाओं के विरोध में सही जानकारी इस माध्यम से मुहैया कराई जाती है. किसान एकता मोर्चा का फेसबुक एकाउंट ऐसे समय में सस्पेंड किया गया, जब फेसबुक पर सत्तारूढ़ भाजपा का पक्ष लेने के आरोप लग रहे हैं.
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हमें किसी तरह की चेतावनी नहीं दी गयी थी.
माझा किसान समिति के आईटी सेल के प्रमुख और उपाध्यक्ष बलजीत सिंह संधू के अनुसार हम लाइव थे, तभी हमें नोटिफिकेशन मिला कि पेज अनपब्लिश हो गया है, कहा कि हमें किसी तरह की चेतावनी नहीं दी गयी थी.
जान लें कि किसान एकता मोर्चा का फेसबुक पेज रविवार शाम लगभग सात बजे अनपब्लिश किया गया और रात 9:30 बजे दोबारा बहाल हुआ. इस घटना के बाद बड़ी संख्या में फेसबुक यूजर्स ने फेसबुक पर आरोप मढ़ा कि कि किसानों की आवाज दबायी जा रही है.
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फेसबुक ने असुविधा के लिए माफी मांगी
हालांकि एक किसान समूह द्वारा ट्वीट किये गये स्क्रीनशॉट से जानकारी मिली कि स्पैम को लेकर सामुदायिक मानकों की वजह से पेज हटा दिया गया था. बाद में फेसबुक के प्रवक्ता ने भी पुष्टि की कि पेज बहाल कर दिया गया है. उन्होंने इससे हुई असुविधा के लिए माफी मांगी.
इस प्रकरण के बाद दिल्ली के डिजिटिल अधिकार संगठन इंटरनेट फ्रीडम फाउंडेशन ने बयान जारी कर कहा कि किसान एकता मोर्चा के फेसबुक पेज बंद करने की फेसबुक की कार्रवाई को देखकर उसकी कंटेंट मोडरेशन पॉलिसी पर नजर रखने की जरूरत है. कहा कि भारत में लगभग 30 करोड़ फेसबुक यूजर हैं. यह बड़ा बाजार है फिर भी यहां थोड़ी पारदर्शिता और जवाबदेही है.