पूरा देश कोरोना की नयी लहर की चपेट में है. वैक्सीनेशन अभियान भी चल रहा है. अभी 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जा रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देश के अनुसार 1 जनवरी, 1977 से पहले जन्म लेनेवाले लोग वैक्सीन लेने के पात्र हैं.
अब केंद्र सरकार ने निजी तथा सरकारी कार्यालयों में भी टीकाकरण कराने की अनुमति दे दी है. राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के वैसे सरकारी एवं प्राइवेट ऑफिस, जहां करीब 100 पात्र लाभुक होंगे, कोविड-19 टीकाकरण की अनुमति दी गयी है. अपने सर्कुलर में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को आदेश दिया है कि वे कंपनियों के प्रबंधन और कर्मचारियों के साथ सलाह-मशविरा करके 11 अप्रैल से वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू करायें. सरकार द्वारा वर्कप्लेस पर टीकाकरण की अनुमति देने के बाद लोगों के मन में कई सवाल हैं. आइये इन सवालों के जवाब जानते हैं.
1. वर्कप्लेस पर कब से शुरू होगा वैक्सीनेशन?
11 अप्रैल से. सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में निजी और सरकारी ऑफिसों में ऐसे सेंटर शुरू होंगे. केंद्र सरकार ने राज्यों को उनके यहां स्थित सरकारी और निजी क्षेत्रों के प्रबंधकों से इस बाबत चर्चा करने के निर्देश दिये हैं.
2. क्या सभी कार्यालयों में सेंटर बनेंगे?
ऑफिसेज में वैक्सीनेशन के लिए वहां कम से कम 100 ऐसे लोग होने चाहिए, जो टीका लगनावे के लिए पात्र और इच्छुक हों.
3. क्या ऑफिस में टीका लेना सेफ होगा?
बिल्कुल होगा, क्योंकि जब किसी दफ्तर में वैक्सीनेशन सेंटर खोला जायेगा, तो उसे नजदीक के सरकारी अथवा प्राइवेट अस्पताल के साथ टैग किया जायेगा.
4. क्या मेरे रिश्तेदार भी वहां टीका ले सकेंगे?
जी नहीं. केंद्र के नोटिफिकेशन के अनुसार ‘वर्कप्लेस पर सिर्फ कर्मचारी ही टीका ले सकते हैं. कोई भी बाहरी व्यक्ति वर्कप्लेस पर बने वैक्सीनेशन सेंटर में टीका नहीं लगवा सकता.’
5. मेरा रजिस्ट्रेशन कैसे होगा?
लाभार्थी सरकार CoWIN प्लेटफॉर्म पर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. दफ्तर के कर्मचारियों के लिए ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी होगी.
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