Jamtara : नारायणपुर प्रखंड क्षेत्र के मलवा के फुदगाही गांव के लोगों को आजादी के बाद से अब तक पीने के लिए शुद्ध पानी नसीब नहीं हो पाया है. आज भी यहां के लोग खेत में बने डोभा व खुले कूप से पानी पीने को विवश हैं. मलवा गांव के आदिवासी टोला में 30 से ज्यादा घर हैं. इसमें दो सौ से अधिक लोग रहते हैं. गांव में चार चापाकल लगे हैं, लेकिन सभी खराब पड़े हैं. तीन चापाकल तो बहुत पहले से खराब थे, जबकि एक करीब साल भर से बेकार पड़ा है. इससे उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय फुदगाही में पढ़ने वाले बच्चों को भी डोभा का पानी पीना पड़ रहा है.
इसे भी पढ़ें – फौजी से मोस्ट वांटेड कैसे बना दिनेश गोप? जानें JLT और PLFI के गठन की कहानी
विधायक व मुखिया से कर चुके हैं शिकायत, पर नहीं निकलता हल
ग्रामीण बाहामुनी हांसदा ने बताया कि पेयजल की समस्या को लेकर मुखिया से कई बार लोग मौखिक रूप से शिकायत कर चुके हैं. बीच-बीच में चापाकल की मरम्मत करवाई जाती है. लेकिन दो-चार दिन बाद ही चापाकल फिर खराब हो जाता है. इसका स्थाई समाधान नहीं हो पा रहा. गांव के सोहागी मरांडी ने बताया गांव दो हिस्सो में बंटा है. ऊपर टोला के लोग करीब 100 मीटर दूर खेत में बने डोभा से पीने का पानी लाते हैं, जबकि नीचे टोला के लोग गांव से करीब 200 मीटर दूर बने खेत में बने कुंआ के पानी का उपयोग करते हैं. यह कुंआ गांव से करीब चार सौ मीटर दूर है. ग्रामीण तोलो सोरेन ने बताया कि विधायक डॉ. इरफान अंसारी से भी कई बार आग्रह करने के बाद भी इस दिशा में ठोस पहल नहीं हो सकी है. उपायुक्त से पीने के पानी की व्यवस्था की मांग की गई है.
इसे भी पढ़ें – पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया दो लाख इनामी PLFI एरिया कमांडर पुनई उरांव
बीडीओ ने कहा, पेयजल की स्थिति की जांच कर पीएचईडी से बात करेंगे
कमली हेम्ब्रम ने कहा कि फुदगाही गांव में पेयजल की समस्या है. इस गांव में बने चापाकल फेल हो चुका है. कई बार मरम्मत करवाया गया है, लेकिन कुछ दिन ठीक चलने के बाद फिर खराब हो जाता है. इस संबंध में बीडीओ महेश्वरी यादव ने कहा कि फुदगाही में पेयजल की समस्या की शिकायत मिली है. बुधवार को गांव में पेयजल की स्थिति की जांच कर पीएचईडी विभाग से बात की जाएगी.