# कोविड प्रोटोकॉल के अंतर्गत कैस परिजनों को दिया गया संक्रमित शव ?
# सक्रमित शव परिजनों को देने के लिए पैसे लेने का कर्मचारी पर आरोप.
Koderma: एक तरफ उपायुक्त डोमचांच महिला कॉलेज में बनाए गए डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर का निरीक्षण कर रहे थे. तो दूसरी ओर उनके ही नाक के नीचे सेंटर पर काम कर रहे कर्मियों द्वारा शव देने के नाम पर परिजनों से 3000 रुपए की मांग की गई. जब तक पैसे नहीं दिए गए, तब तक शव उनके सुपुर्द नहीं किया गया. दरअसल झुमरीतिलैया की रहने वाली 55 वर्षीय महिला को कोविड पॉजिटिव होने पर मंगलवार को डोमचांच महिला कॉलेज के डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में भर्ती कराया गया था. जहां बुधवार को उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई.
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कोविड प्रोटोकॉल का खुलेआम उल्लंघन
डोमचांच महिला कॉलेज के डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर से शव ले जाने के लिए मृतक के पति और बेटी मौजूद थे. सेंटर पर मौजूद कर्मचारियों द्वारा शव देने के नाम पर उनसे तीन हजार रुपए की मांग की गई. और पैसे मिलने के बाद ही शव को परिजनों के दिया गया. यहां दो बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं. एक तो शव के लिए पैसे लिए गये. दूसरा कोविड संक्रमित शव को प्रबंधन ने कैसे परिजनों को दे दिया ?
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कोविड हेल्थ सेंटर की बड़ी लापरवाही
दुर्भाग्य की बात है कि ये सारा वाक्या तब हुआ, जब सेंटर पर उपायुक्त के द्वारा वहां निरीक्षण किया जा रहा था. अब परिवार इस बात को लेकर परेशान है कि इस बात को बताने के बाद कहीं उनके साथ उल्टा व्यवहार न हो जाय. परिजन इस बात से डरे हुए हैं कि कहीं जांच के बाद उन्हें पॉजिटिव बताकर अस्पताल में न छोड़ दिया जाय. इस महामारी को लेकर जहां एक तरफ जनता सदमे में जी रही है तो दूसरी ओर कुछ लोग चंद पैसों के लालच में लापरवाही की सीमा को भी पार कर रहे हैं.
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